- वर्ष 2021 की तुलना में 2022 में लगभग दोगुने नवजातों का हुआ ईलाज
सासाराम: स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है। सुविधाओं को बेहतर करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार के इस प्रयास का सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के प्रति लोगों की सोच बदली है। लोग सरकारी स्वास्थ्य सुविधा लेने के लिए सरकारी अस्पताल तक पहुंच रहेऔर बेहतर परिणाम भी पा रहे हैं। वहीं सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का बेहतर परिणाम रोहतास जिले में भी देखने को मिल रहा है। , जिसका जीता जागता उदाहरण सासाराम सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू में देखा जा सकता है, जहां वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2022 में लगभग दोगुने नवजातों का इलाज किया गया गया है। सासाराम सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू के वर्त्तमान में 17 बेड कार्यरत हैं । जिसमें प्रतिदिन औसतन 3 से 4 बच्चे भर्ती होते हैं| इसमें सरकारी अस्पतालों में जन्में नवजातों के साथ साथ निजी अस्पताल में जन्में बच्चे भी शामिल होते हैं। ऐसे में कह सकते हैं कि निजी अस्पताल में प्रसव करवाने के बावजूद भी सरकारी अस्पताल के एसएनसीयू पर लोगों का अधिक भरोसा है।
1157 बच्चों का हुआ इलाज
बेहतर प्रबंधन के साथ बेहतर चिकित्सीय सुविधा की बदौलत सरकारी अस्पताल के प्रति लोगों की सोच में बदलाव देखा सकता है। खासकर महिला प्रसव को लेकर भी लोगों की सोच बदली है। लोग अब सरकारी अस्पताल में ही प्रसव करवाना बेहतर समझ रहे हैं। साथ ही नवजातों को सदर अस्पताल के एसएनसीयू में ही भर्ती करवाना बेहतर समझ रहे हैं। जिसका परिणाम यह देखने को मिला कि वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2022 में दोगुने बच्चों का इलाज किया गया। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जनवरी 2021 से दिसम्बर तक एसएनसीयू में कुल 692 बच्चों को भर्ती कराया गया। वहीं जनवरी 2022 से दिसम्बर 2022 तक कुल 1157 नवजातों को भर्ती कराया गया।
मृत्यु दर भी रही कम
एसएनसीयू में भर्ती नवजातों की मृत्यु दर की बात करें तो वर्ष 2021 की तुलना में 2022 में बच्चों की मृत्यु दर भी कम रही। वर्ष 2021 में जहाँ 692 भर्ती नवजातों में 101 नवजातों की मृत्यु हुई है। वहीं वर्ष 2022 में भर्ती 1157 नवजातों में 111 की मृत्यु हुई है। रोहतास के सिविल सर्जन डॉ के. एन. तिवारी ने बताया कि जिले में सरकारी स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसका सकारात्मक परिणाम भी मिल रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी सरकारी अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवायी जा रही है। इसे और बेहतर किया जा रहा है।