सासाराम। बिहार के शिक्षा मंत्री डा. चंद्रशेखर द्वारा रामचरित मानस ग्रंथ पर विवादास्पद बयान को लेकर चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के न्यायालय, रोहतास में डा. चंद्रशेखर के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के रोहतास जिलाध्यक्ष रामायण पासवान ने एक परिवाद दायर किया। जिसमे शिक्षा मंत्री डॉक्टर. चंद्रशेखर द्वारा विवादास्पद बयान पर धार्मिक द्वेष फैलाने का आरोप लगाया है। रामायण पासवान ने कहा की शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा यह जानते हुए भी की भारत देश के बहुसंख्यक हिंदुओ की भगवान राम एवम उनके जीवन चरित्र का विवरण देने वाली पुस्तक रामचरितमानस में असीम आस्था है। अपने ईश्वर की आस्था के उपर किसी व्यक्ति, समाज या समुदाय को टीका टिप्पणी करने से समाज में धार्मिक विद्वेष फैलता है।
उन्होंने कहा कि डॉ चंद्रशेखर एक राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के सक्रिय सदस्य एवम वर्तमान में शिक्षा मंत्री के पद को सुशोभित कर रहे है जिसके कारण उनके द्वारा किसी भी मंच से कही गई कोई भी बात समाज के उपर एवम समाज के युवाओं एवम छात्रों के उपर काफी प्रभाव डालती है। इन पदों पर बैठे लोगो की बातो का समाज पर बुरा असर होता है। शिक्षा मंत्री का ये बयान हिंदू धर्म की पुस्तक रामचरित मानस का खुल्लम खुल्ला सार्वजनिक रूप से एक सोची समझी साजिश के तहत जान बूझकर अपने राजनिक फायदे के लिए न केवल अपमान किया है बल्कि समाज को बाटने का एवम करोड़ों हिंदुओ की धार्मिक भावनाओं पर कुठाराघात करके समाज को विभिन्न वर्गो के बीच द्वेष, वैमनस्यता एवम धार्मिक उन्माद फैलाने का अपराध किया है। इस अवसर पर गवाह के रूप में भाजपा के जिला महामंत्री विजय सिंह, नगर अध्यक्ष डा. शिवनाथ चौधरी ( निषाद), मुन्ना शर्मा, डा. सचिन कुमार, संदीप सोनी, पंकज महतो, सनी चंद्रवंशी, सनी चौरसिया, गीता पांडे, मंटू पासवान, अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह, अधिवक्ता लड्डू सिंह, सुधीर चंद्रवंशी, सहित भाजपा के कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।