बिक्रमगंज : कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज के द्वारा आज तीन दिवसीय किसान उत्पादक समूह के 30 निदेशकों को प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 3 दिनों तक चलेगा इसके माध्यम से रोहतास जिले में किसान उत्पादकता समूह का बेहतर प्रबंधन एवं विपणन कार्य करने हेतु प्रशिक्षण दिया जाएगा। सात किसान उत्पादकता समूह के 35 निदेशक एवं सदस्यों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया है सिखाया जाएगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम नाबार्ड एवं कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा संयुक्त रूप से प्रायोजित है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन डीडीएम नाबार्ड श्री सुनील कुमार एवं प्रधान श्री आर के जलज ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। प्रधान श्री आरके ज्वैलर्स ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि किसान उत्पादकता समूह को केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार वित्तीय प्रोत्साहन व्यापक पैमाने पर दे रही है इसका लाभ उठाने की जरूरत है। अपने जिला के एफपीओ भी बहुत अच्छा विपणन कार्य कर सकते हैं। अपने जिला में धान एवं गेहू आधारित छोटे उद्योगों का अच्छा विकास संभव है। मवेशी, मुर्गी एवं मत्स्य आधारित उत्पादों का भी विपणन एफपीओ के द्वारा आसानी से किया जा सकता है और सरकार द्वारा लाभ भी प्राप्त किया जा सकता है। नाबार्ड के जिला विकास प्रबधंक सुनील कुमार ने किसान उत्पादक संगठन ( एफपीओ ) का क्षमतावर्द्धन व एफपीओ चलाने के लिए सभी डॉक्यूमेंटेशन एवं कागजी प्रक्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया।
उन्होंने सभी उपस्थित निदेशक मंडल के सदस्यों को विपणन संबंधित कई आवश्यक जरूरतों एवं बाजार के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। उनके द्वारा चार्टर्ड अकाउंटेंट से भी प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इस कार्यक्रम मे मगध विकास भारती के 01 एफपीओ के निदेशक मंडल के सदस्य , परोपकारी सर्वांगीण विकास समिति के 04 एफपीओ के निदेशक मंडल के सदस्य व अमल मानव जागृति कल्याण संस्था के 02 एफपीओ के निदेशक मंडल के सदस्यों का प्रशिक्षण दिया गया। डॉ रामाकांत सिंह ने प्रतिभागियों को प्राकृतिक खेती से समाज सुधार एवं उत्पादकता में वृद्धि एवं मिट्टी का जांच का महत्व के बारे में विस्तार पूर्वक बताएं। डॉ रतन कुमार उद्यान वैज्ञानिक ने जिले में सब्जी एवं फूल संबंधी संभावनाओं को लेकर विस्तार पूर्वक निदेशक मंडल के सदस्यों को जानकारी दी। इस कार्यक्रम में हरेंद्र प्रसाद शर्मा, सुबेश कुमार, अभिषेक कौशल, प्रवीण कुमार इत्यादि उपस्थित थे।