बक्सर : चौसा में आंदोलनरत प्रभावित किसानों के द्वारा निकाली जाने वाली ट्रैक्टर वाली को प्रशासन के द्वारा अनुमति नहीं मिली है। उनके द्वारा रैली निकालने के लिए अनुमति हेतु पदाधिकारी को जो पत्र प्रेषित किया गया था उसमें अनुमति के लिए जो वांछित सूचनाएं होती है वह नहीं थी। ऐसे में अब उनके द्वारा निकाली जाने वाली ट्रैक्टर रैली के दौरान विधि-व्यवस्था की जो भी समस्या उत्पन्न होगी उसकी सारी जवाबदेही उन्हीं की होगी। अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा से हुई बातचीत में यह बातें छनकर सामने आई। ऐसे में कहीं ना कहीं किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली का निकलना अब मुश्किल प्रतीत हो रहा है।
अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि जिला पदाधिकारी को किसानों के द्वारा एक पत्र दिया गया था जिसमें यह बताया गया था कि उनके द्वारा बनारपुर से किला मैदान तक ट्रैक्टर रैली निकाली जा रही है। लेकिन उसमें यह नहीं बताया गया था कि कितनी संख्या में ट्रैक्टर इस रैली में शामिल रहे हैं और कितने ट्रैक्टरों पर ध्वनि विस्तारक यंत्र लगाया होगा? यह भी नहीं बताया गया था कि ट्रैक्टर के मालिक के नाम तथा उनके निबंधन संख्या क्या है। ऐसे में दुर्भाग्यवश यदि कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो उसकी जवाबदेही प्रशासन कैसे तय करेगा, यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है ऐसे में आयोजकों को पत्र लिखकर उनसे सभी वांछित सूचनाएं मानी गई है।
अनुमंडल पदाधिकारी ने साफ तौर पर कहा कि यदि बिना अनुमति के कोई यात्रा निकाली जाती है और उसे विधि-व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न होता है तो इसकी सारी जवाबदेही आयोजकों की होगी। बहरहाल, राष्ट्रीय पर्व को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में है तथा आम नागरिकों की सुरक्षा तथा विधि-व्यवस्था का पूरा ख्याल रखा जाएगा।