- तीन वर्ष पूर्व भी इसी बैंक में इसी तरह से घटना को दिया गया था अंजाम
चेनारी। रोहतास जिले में अपराधियों के हौसले बुलंद है। अपराधी आए दिन किसी न किसी घटना को अंजाम दे रहे हैं। खसखस चोरी और छिनैती के मामले में भी लगातार वृद्धि हुई है। कहने को तो पुलिस की गश्ती रात में लगातार जारी है, बावजूद इसके अपराधी घरों के साथ-साथ बैंकों को भी निशाना बना रहे हैं। घटना रोहतास जिला अंतर्गत चेनारी थाना क्षेत्र के खुरमाबाद की है जहां बीती रात अपराधियों ने दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक खुरमाबाद शाखा में सेंधमारी करके चोरी की घटना को अंजाम दिया है। घटना की सूचना मिलते ही जिला पुलिस हरकत में आई और डॉग स्क्वायड के साथ घटना स्थल पहुंचकर मामले की छानबीन कर रही है। सेंधमारी में बैंक में रखें नगद राशि सुरक्षित बताई जाती है। घटना की सूचना पर पहुंचे दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय अधिकारी रवि भूषण शर्मा ने बताया कि बीती रात बैंक में सेंधमारी करके चोरी की घटना को अंजाम देने की कोशिश की गई है। उन्होंने बताया कि घटना में अपराधी कैश ले जाने में असफल रहे। उन्होंने बताया कि बैंक में लगे सीसीटीवी के डीवीआर गायब है। इसके अलावा अपराधियों द्वारा क्या क्या चोरी की गई है इसकी भी पूरी जानकारी ली जा रही है। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। साथ ही साथ चोरी की घटना को लेकर प्रधान कार्यालय को भी सूचित कर दिया गया है। फिलहाल पुलिस इस मामले को लेकर कुछ भी बताने से इनकार कर रही है। पुलिस की का कहना है की जांच जारी है।
दूसरी बार चोरी की घटना को दिया गया आजम
बता दें कि खुरमाबाद स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में सेंधमारी कर चोरी करने की घटना पहली बार नहीं हुई है। इसके पूर्व भी 14 जनवरी 2020 को बैंक परिसर का खिड़की काटकर चोरी की घटना को अन्जाम देने की कोशिश की गई थी, हालांकि उस दौरान भी चोरों को सफलता हाथ नहीं लगी थी। पिछली बार भी यह घटना रविवार को ही अंजाम दी गई थी। उस दौरान प्रबंधक कक्ष के पीछे मौजूद खिड़की के रॉड तोड़कर बैंक में प्रवेश करने का प्रयास किया गया था। उस दौरान बैंक के सभी सीसी कैमरे पूरी तरह से बंद पाए गए थे, जबकि कैश आलमारी के पास एक भी कैमरा नहीं लगा हुआ था। उस दौरान भी पुलिस को कुछ खास हाथ नहीं लगे थे। इस तरह से तीन सालों में उसी बैंक में खिड़की काटकर दूसरी बार चोरी की घटना को अंजाम दिया गया है। एक ही बैंक में एक ही तरिके से दो बार चोरी की घटना को अंजाम देना कही न कही बैंक प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े करते हैं।