- शपथ ग्रहण के बाद नगर निगम सासाराम की हुई पहली आम बैठक
सासाराम। सासाराम नगर निगम के मुख्य पार्षद एवं पार्षद शपथ ग्रहण समारोह के बाद बुधवार को पहली बार नगर निगम का सामान्य बैठक का आयोजन किया गया। इसकी जानकारी देते हुए नगर आयुक्त सत्य प्रकाश शर्मा ने बताया कि शपथ ग्रहण के बाद नगर निगम का समान बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें शहर के विभिन्न समस्याओं पर चर्चा किया गया। साथ ही साथ शहर को बेहतर बनाने के लिए वार्ड पार्षदों से सुझाव भी मांगे गए। उन्होंने बताया कि शहर में शौचालय निर्माण के साथ-साथ नाली निर्माण सहित अन्य कार्य की प्रपोजल को लेकर विचार विमर्श किया गया। उन्होंने बताया कि नगर निगम के 7 सदस्यीय सशक्त स्थाई कमेटी का गठन कर दिया गया और आगामी 6 फरवरी को स्थाई कमेटी का शपथ ग्रहण करवाया जाए। इस दौरान मुख्य पार्षद काजल कुमारी ने सभी वार्ड सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि शहर के लोगों ने जिस उम्मीद और आस से हम लोगों को इस कुर्सी तक पहुंचाया है वैसे लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में शहर का जो सूरते हाल रहा है वह किसी से छिपा हुआ नहीं है। आज हमारा ऐतिहासिक शहर देश मे सबसे गंदे शहर के लिस्ट में शामिल है। यह हम लोगों के लिए शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर शहर की साफ-सफाई और सुंदर बनाने का जिम्मा था उन लोगों ने अपने कर्तव्यों का कितना निर्वाह किया यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। मुख्य पार्षद काजल कुमारी ने कहा कि शहर के विकास और स्वच्छ बनाने के वादों के साथ हम लोग यहां तक पहुंचे हैं और अब वक्त है अपने वादों को पूरा कर कर्तव्यों का निर्वाह करने की। काजल कुमारी ने कहा कि जीते हुए पार्षदों में से कुछ नए भी है और कुछ पुराने भी है तो हम लोग पुराने और नए वार्ड पार्षदों के सहयोग से शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने का कार्य करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमें पूरा उम्मीद है कि शहर को साफ और स्वच्छ बनाने में सभी वार्ड पार्षदों का भरपूर सहयोग मिलेगा।
शहर को नर्क बनाने वाले अधिकारी होंगे दंडित
बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्य पार्षद काजल कुमारी ने कड़े शब्दों में कहा कि सासाराम शहर को नरक में तब्दील करने वाले अधिकारियों एवं पदाधिकारियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर की साफ सफाई को लेकर प्रति महीने 86 लाख रुपए खर्च किए जाते हैं लेकिन 86 लाख रुपये कहां खर्च होते हैं कहीं दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि 84 लाख रुपए एक बड़ी रकम होती है और इतने में तो शहर स्वर्ग की तरह दिखना चाहिए था। मुख्य पार्षद काजल कुमारी ने कहा कि शहर को नरक में तब्दील करने वाले जो भी अधिकारी है उन्हें जिला छोड़ने के बाद भी बख्शा नहीं जाएंगे। क्यों कि जांच में में किसी प्रकार की गड़बड़ी पाई गई तो कानूनी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगी। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि शहर को स्वच्छ बनाने के साथ-साथ सुंदर बनाने में जो भी अड़चने या समस्या सामने आएंगी उसे सभी वार्ड पार्षदों एवं जनता के सहयोग से दूर किया जाए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा की शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने में जो भी अधिकारी या पदाधिकारी बीच में आएंगे उन्हें भी किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। वही बैठक में शामिल कुछ वार्ड पार्षदों ने भी अपने अपने मुहहले की समस्याओं से मुख्य पार्षद को अवगत कराया और इसे जल्द से जल्द दूर करने की बात की गुहार की। मौके पर उप नगर आयुक्त मैमू निशा, उप मुख्य पार्षद सत्यवंती देवी सहित सभी वार्ड पार्षद मौजूद रहें।