भोजपुर :आरा में समाज की रूढ़िवादी परंपराओं से आगे बढ़कर रिटायर्ड प्रोफेसर दंपति की तीन बेटियों ने बेटे का फर्ज निभाया। जब घर से माता-पिता की अर्थी एकसाथ निकली तो तीनों बेटियों ने कंधा देकर शव को श्मशान घाट तक पहुंचाया। इस दृश्य को जिसने भी देखा उसकी आंखें नम हो गयी। लोगों के जुबान से बस एक ही बात निकल रही थी कि अब बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं रह गया। बेटियां मां बाप की सेवा धर्म के लिए काफी है।
दरअसल, यह हृदय विदारक मामला आरा शहर के नवादा थाना क्षेत्र अंतर्गत कतीरा मोहल्ले का है। जहां सोमवार की रात रिटायर्ड प्रोफेसर दंपति की उनके घर में घुसकर अज्ञात अपराधियों ने निर्मम हत्या कर दी थी। दोनों शवों के पोस्टमार्टम होने के बाद अंतिम संस्कार की रस्म निभाते हुए मृत प्रोफेसर दंपति की तीनों बेटी रक्षिता सिंह, हर्षिता सिंह और अंकिता सिंह ने मां-बाप के लिए बेटा का फर्ज निभाते हुए उनकी अर्थी को कंधा दिया।
एकसाथ निकली पति-पत्नी के शव को देख पूरा माहौल गमगीन हो गया। सैकड़ों लोग इस शव यात्रा में शामिल होकर रिटायर्ड प्रोफेसर दंपति को श्रद्धांजलि दी। स्थानीय निवासी बिजय सिंह ने बताया कि आज समाज में बेटा और बेटियों में कोई फर्क नहीं रह गया है। बेटियों को यह हक और अधिकार भी मिलना चाहिए कि जिस तरह से मां बाप की सेवा करती है ठीक उसी तरह उनके निधन के बाद अंतिम संस्कार में भी उन्हें उनका धर्म निभाने की आजादी मिले।
बीते सोमवार की रात आरा के नवादा थाना क्षेत्र के कतीरा मोहल्ले में बीजेपी नेता और रिटायर्ड प्रोफेसर महेंद्र सिंह और उनकी धर्मपत्नी रिटायर्ड प्रोफेसर पुष्पा सिंह की घर घुसकर अज्ञात अपराधी ने धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी थी। आरा के सबसे पॉश इलाके में हुई इस सनसनीखेज हत्या के वारदात से पूरा शहर हतप्रभ है। मृत प्रोफेसर महेंद्र सिंह बीजेपी के काफी पुराने कद्दावर नेता भी थे। प्रोफेसर महेंद्र सिंह वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व डीन थे।
जबकि उनकी पत्नी पुष्पा सिंह महिला कॉलेज में साइकोलॉजी की रिटायर्ड प्रोफेसर थी। प्रोसेसर महेंद्र सिंह मूल रूप से रोहतास जिले के नासरीगंज थाना क्षेत्र के अग्नि गांव के निवासी थे। वे काफी वर्षों से आरा शहर के कतीरा मोहल्ला में अपने मकान में पत्नी के साथ अकेले रहते थे। तीन बेटियों की शादी हो चुकी है। इस चर्चित प्रोफेसर दम्पति हत्याकांड के 48 घंटे बीत चुके है, लेकिन पुलिस अभी भी आरोपी गिरफ्तार नहीं किए जा सके। इस हत्याकांड को भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार यादव खुद मोनिटरिंग कर रहे है।