- प्रशिक्षण शिविर में संपूर्ण टीकाकरण की दी जाएगी जानकारी
सासाराम। स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर करने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है ताकि लोगों को सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ अधिक से अधिक मिले। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए एएनएम भी बहाल कर दिए गए हैं, जो स्वास्थ्य क्षेत्र में अहम योगदान देती हैं । उन्हीं एएनएम को स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर तरीके से लोगों तक पहुंचाने के लिए जिला स्तर पर प्रशिक्षण भी दिए जा रहे हैं। इसी के तहत सासाराम सदर अस्पताल स्थित जिला प्रशिक्षण कार्यालय में जिले में बहाल हुई 242 एएनएम का बुधवार से दो दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया। प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को मजबूती देने में एएनएम की अहम भूमिका होती है, क्योंकि डॉक्टरों के बाद मरीज का बेहतर इलाज एवं देखभाल एक एएनएम पर ही निर्भर होता है। ऐसे में एएनएम की सबसे बड़ी जिम्मेवारी होती है। प्रशिक्षण प्राप्त करने पहुंची एएनएम को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन ने उनके कर्तव्य के प्रति जागरूक किया और उसे बेहतर तरीके से निर्वाह करने के लिए अपील की ।
1 से 21 फरवरी तक चलेगा प्रशिक्षण
रोहतास जिले के विभिन्न प्रखंडों में बहाल हुई 242 नई एएनएम का दो दिनों का प्रशिक्षण अलग अलग प्रखण्ड का 1 से 21 तक चलेगा। बुधवार को शुरू हुए प्रथम बैच के प्रशिक्षण में चेनारी एवं सूर्यपुरा प्रखण्ड की कुल 27 एएनएम का प्रशिक्षण शुरू किया गया। जो 2 फरवरी तक चलेगा। वहीं 3 से 4 फरवरी तक दूसरे बैच में नासरीगंज और नौहट्टा, 6 से 7 फरवरी तक तीसरे बैच में कोचस और राजपुर, 8 से 9 फरवरी चौथे बैच में बिक्रमगंज और रोहतास, 10 से 11 फरवरी तक पांचवें बैच में करगहर और तिलौथू, 13 से 14 फरवरी तक छठे बैच में शिवसागर औऱ दावथ, 15 से 16 फरवरी तक सातवें बैच में नोखा, अकोढ़ीगोला और संझौली तथा 20 से 21 फरवरी तक आठवें बैच में दिनारा, डिहरी एवं संझौली प्रखण्ड में नव पदस्थापित एएनएम को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पूर्ण टीकाकरण की दी जाएगी जानकारी
बुधवार से शुरू हुए दो दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान सभी एएनएम को पूर्ण टीकाकरण सहित कई कार्यों की जानकारी दी जाएगी। इसकी जानकारी देते हुए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आर के पी साहू ने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण में सभी एएनएम को गर्भवती महिला से लेकर 0 से 5 साल के बच्चे के अलावा 10 एवं 16 वर्ष की किशोरी को पूर्ण टीकाकरण की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा कार्य योजना, संचार योजना, विभिन्न प्रकार की रिपोर्टिंग, सुई देने की तकनीक के साथ-साथ शीत श्रृंखला, परिवार नियोजन, पोषण, स्वच्छता जैसी सेवाओं का भी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, ताकि कार्यक्षेत्र के दौरान उन्हें किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न ना हो। उन्होंने बताया कि समय-समय पर होने वाले टीकाकरण अभियान को लेकर भी इन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान यूनिसेफ के एसएमसी असजद इकबाल सागर ने भी सभी एएनएम को विभिन्न प्रकार के टीकाकरण के बारे में जानकारी दी और उसके फायदे को बताया ताकि टीकाकरण के दौरान लाभार्थी को पूर्ण रूप से टीका के महत्त्व के बारे में भी बता सके। मौके पर एसीएमओ डॉ अशोक कुमार, डीपीएम अजय कुमार, वीसीसीएम हाशिम सहित अन्य मौजूद रहे।