डेहरी आन सोन : कैमूर पहाड़ी पर बसे रोहतासगढ़ किला परिसर में कई प्रांतों से पहुंचे जन जनजाति समुदाय के लोग रात भर मानर के थाप पर थिरके। वादियां गुलजार रही। इनके सहयोग में किला के आस पास ब्रह्मदेवता, नागा टोली के साथ साथ कई गावो के स्थानीय लोग भी शामिल रहे। अपने पारंपरिक नृत्य और गीत से कैमूर की वादियां गुलजार करते रहे। गुमला जिला मुखिया संघ अध्यक्ष गौरी उरांव के नेतृत्व में आई नृत्य मंडली द्वारा कुरुख भाषा में गीत के साथ नृत्य कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
झारखंड राज्य के गुमला जिले के नवाडीह गांव में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा स्थापित बालिका छात्रावास की छात्राओं ने ईश्वर दर्शन, श्री कृष्ण दर्शन एवं प्रकृति पूजा समेत विभिन्न विधाओं पर गायन किए। कुडूख भाषा के भजन गाकर लोगो का मन मोह लिया। प्रातः सोमवार को सभी आगंतुक अतिथि किला परिसर से पैदल रोहितेश्वर धाम जाकर महादेव की पूजा अर्चना किया। उसके बाद किला परिसर में पहुंच पूजा अर्चना कर अपने गंतव्य स्थल छती स गढ़ मध्य प्रदेश झारखंड उत्तर प्रदेश बंगाल समेत अन्य राज्यों के लिए प्रस्थान किया।इन्हे अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के विभाग मंत्री राजेश उरांव, रवि उरांव द्वारा अतिथि बनवासी बंधुओ को अंग वस्त्र देकर रोहतासगढ़ किले पर सम्मानित कर विदाई किया गया और अगले वर्ष भी कार्यक्रम में आने के लिए आमंत्रित किया। कार्यक्रम की विधि व्यवस्था ब्रह्मदेवत्ता गांव निवासी पूर्व मुखिया मोती उरांव, सुरेंद्र उरांव, कृष्णा सिंह यादव, राम लाल उरांव, चंद्र दीप उरांव, समेत कई जन प्रतिनिधि और समाज सेवियों ने संभाला। ताकि अन्य प्रांतों से आए अतिथियों और वनवासी बंधुओ को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो।