औरंगाबाद। बगावती तेवर में चल रहे जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पार्टी और बिहार के सत्ताधारी महागठबंधन से आउट हो चुके है। ऐसा औरंगाबाद की सड़कों पर साफ दिख रहा है। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार औरंगाबाद की समाधान यात्रा पर दोपहर में पहुंचे। पूरे शहर में उनके स्वागत में महागठबंधन के घटक दलों-जदयू, राजद और कांग्रेस ने पोस्टर्स लगाएं है। तीनों ही दलों के छोटे-बड़े नेताओं ने नीतीश कुमार के स्वागत में पोस्टर लगाए है। हर पोस्टर-बैनर में नीतीश कुमार केंद्र में है।
पोस्टर बैनर में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तेज प्रताप, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा एवं महागठबंधन के अन्य दलों के नेताओं की तस्वीरे लगी है लेकिन पोस्टरों में उपेंद्र कुशवाहा कही नही दिख रहे है। इसके संकेत समझे जा सकते है। संकेत साफ है कि अघोषित तौर पर जदयू ने उपेंद्र कुशवाहा को आउट कर दिया है। जमीन पर भी यह दिख रहा हैं और महज घोषणा बाकी है। वही जदयू के पोस्टर पर उपेंद्र कुशवाहा का नही होना चर्चा का भी विषय बना हुआ है। वही पूर्व विधायक अशोक सिंह ने कहा कि यह जेडीयू का आंतरिक मामला है। उन्होंने कहा की नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा के बीच कुछ मदभेद चल रहे है जिनके वजह से दोनों के बीच दूरियां बनी हुई है। हो सकता है इसी के कारण उनको कही जगह नहीं दिया गया। श्री सिंह ने कहा की उपेंद्र कुशवाहा अभी भी जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष पद पर है उन्हे पार्टी से नही निकाला गया। वही कांग्रेस के प्रदेश महासचिव डॉ अक्षय लाल पावन इस मामले पर बयान देते हुए बचते नजर आएं। उन्होंने कहा की जो भी बैनर लगे है वो स्थानीय कार्यकर्ताओं ने अपने मद से लगाया है ये अब उनका विचार है की किसकी फोटो लगाए किसकी नही। साथ ही उन्होंने यह भी कहा की हो सकता है बैनर पर जगह नहीं मिल पाई हो इस वजह से फोटो नही लग पाया हो।