औरंगाबाद : बारुण थाना क्षेत्र के सोन नगर रेलवे ट्रैक से पुलिस ने जिस अज्ञात शव को बरामद किया था आज गुरुवार को उसकी शिनाख्त हो गई है।शिनाख्त होने के बाद जिले में हड़कंप मच गया। क्योंकि वह शव औरंगाबाद से वर्ष 2020 में जदयू से बगावत कर चुनाव लड़ चुके और फिर जदयू मे शामिल हुए वरीय नेता प्रमोद चंद्रवंशी के भाई मनोज चंद्रवंशी के रूप में की गई है। जो मृतक खुद जीतनराम मांझी के पार्टी हम के प्रदेश महासचिव थे। मृतक नेता के परिजनों ने उनकी हत्या की आशंका जताई है।
शव की बरामदगी बुधवार को ही हुई थी लेकिन उस वक्त पहचान नही हो सकी थी। गुरूवार को दोपहर बाद शव की पहचान जेडीयू नेता के भाई के रूप में होते ही जदयू और बिहार के राजनीतिक हलके में सनसनी मच गई। मिली जानकारी के मुताबिक जेडीयू नेता के भाई दो दिन पहले गया से लापता हुए थे। वही सोननगर में बुधवार को रेल ट्रैक से बरामद शव की गुरूवार को दोपहर बाद पहचान हुई। जेडीयू नेता के भाई के रूप में शव की पहचान होते ही हड़कंप मच गया। मृतक खुद जीतनराम मांझी के पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा(सेक्यूलर) हमसे के नेता थे। बुधवार को पुलिस ने रेलवे ट्रेक से जेडीयू नेता के भाई का शव बरामद किया था। उस वक्त मृतक की पहचान नहीं हो सकी थी। मृतक हम नेता के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। मृतक की पहचान जेडीयू के सीनियर नेता और बिहार राज्य अतिपिछड़ा आयोग के पूर्व सदस्य प्रमोद चंद्रवंशी के बड़े भाई और हम नेता मनोज चंद्रवंशी के रूप में हुई है।
मृतक के परिजन मधेश्वर चंद्रवंशी ने बताया कि मनोज चंद्रवंशी गया के गुरुआ स्थित घर से टहलने के लिए निकले हुए थे पर वह टहलने के बाद वापस नहीं आए। मीडिया के मध्य से जानकारी मिली कि एक शव बारुण में पड़ा हुआ है।आने के बाद उनकी पहचान हुई।परिजनों ने बताया कि उन्हें अपराधियों के द्वारा अपहरण करके हत्या किया गया और साक्ष्य छुपाने के लिए शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया।शव की पहचान होते ही परिजनों में कोहराम मच गया है और लोग पुलिस से अपराधियों के गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
बारुण थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में एक यूडी केस दर्ज की गई थी अब परिजन के आने के बाद उनके बयान के आधार पर आगे की।कारवाई।की जा रही है।