खगड़िया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में एक बार फिर बड़ी चूक का मामला सामने आया है। मामला खगड़िया का है जहां पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पास से बुधवार को एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया गया। यह फर्जी दरोगा मुख्यमंत्री की समाधान यात्रा में ड्यूटी कर रहा था। बुधवार की शाम फर्जी दरोगा को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार फर्जी दरोगा सुपौल जिले के छातापुर निवासी दयानंद यादव का पुत्र अजय यादव बताया जाता है। इतना ही नही फर्जी दरोगा पिछले तीन महीने में एसपी ऑफिस में तैनात था परंतु इसकी भनक तक किसी को नही लगी। गिरफ्तार फर्जी दरोगा ने बताया कि वह त्रिवेणीगंज के एक एकेडमी में दरोगा की तैयारी कर रहा था और वहां से उसने पीटी और मेंस भी निकाल लिया था। उसने बताया किए सिलेक्शन के नाम पर सभी लोगों से पैसा भी मांगा जा रहा था और उसने भी पैसा दिया था। उसके बाद एकेडमी के द्वारा उसे सेलेक्शन लेटर भी दिया गया। सेलेक्शन लेटर मिलने के बाद उसकी जॉइनिंग खगड़िया एसपी ऑफिस में दिया गया। उसने बताया कि वहां से जैसे जैसे उसे आदेश मिलता था वह आदेश के अनुसार ड्यूटी कर रहा था। बता दें की फर्जी दरोगा को मुख्यमंत्री के समाधान यात्रा में ड्यूटी भी लगाया गया था।
बुधवार को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया गया तो उसका सिलेक्शन फर्जी पाया गया जिस कारण उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इसकी जानकारी देते हुए चित्रगुप्त थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि 10 दिन पूर्व यह युवक थाने में किसी केस के मामले में आरोपी पक्ष के साथ वर्दी में आया था। खुद को क्राइम ब्रांच में ड्यूटी जॉइन करने की बात बताई। उन्होंने बताया कि उसी समय उक्त ब्यक्ति पर शक हो गया था। उसके बाद से ही उसकी जांच शुरू कर दी गई थी। वरीय अधिकारियों के संपर्क में उसकी जांच करवाई गौ जिसमें वह फर्जी पाया गया। उन्होंने बताया कि उक्त फर्जी दरोगा को समाधान यात्रा में नही लगाया गया था वह बचने के लिए झूठ बोल रहा है।