कोचस। कोचस अंचलाधिकारी से क्षुब्ध भू – फरियादी व सामाजिक कार्यकर्ता रंगलाल साह के बुलावे पर गुरुवार को महात्मा गांधी परिसर में वैध भू- स्वामी संघ के तत्वाधान में बैठक आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता जे पी सेनानी जानकी भगत ने किया। पीड़ित भू फरियादी रंगलाल साह ने बताया कि मेरे निवास परसिया वार्ड आठ में अवस्थित आवासीय भूमि, जिसके संबंध में उप समाहर्त्ता, राजस्व व भूमि सुधार विभाग सासाराम न्यायालय के आदेश के आलोक में नापी के बावजूद प्रश्नगत भूमि पर अवांछित तत्वों द्वारा अवरोध उत्पन्न के खिलाफ अंचल व थाना से किसी तरह का प्रशासनिक सहयोग नही मिल रहा है, सिर्फ दौड़ाया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि जिलाधिकारी का भी निर्देश अंचल को प्राप्त है। संयोजक प्रो0 अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि पूरे बिहार में रैयती जमीन के मामले में सरकार की नीति ,जिसकी लाठी उसकी भैस वाली है। मीडिया में सिर्फ राजस्व व गृह विभाग के समन्यवय से भूमि विवाद निपटारे की बात दिख रही है। हकीकत यह है कि स्पष्ट भू स्वामित्व होने के बाद भी अवैध रूप से दबंगों और भूमि लुटेरो का मनोबल खासकर अंचल व थाना के द्वारा बढ़ने के चलते भू- अपराध बढ़ रहे हैं। जिला प्रशासन तक की रवैया पूरी तरह न केवल उदासीन है ,वरन न्यायालय, रैयती जमीन में अधिकार की बात कहकर पल्ला झाड़ते देर नही लगती। राजेन्द्र प्रभाकर ने बताया कि कोचस के इतिहास में सुरेंद्र प्रसाद जैसा संवेदनहीन अंचलाधिकारी कभी नहीं आया।
जानकी भगत ने बताया कि नीतीश सरकार ने खुद भूमि मामले में दोहरी चाल चलने की संबंधित अधिकारियों को ट्रेनिंग दी है। विधायिका फेल है, कार्यपालिका के सामने। सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ कि अंचलाधिकारी व राजस्व अधिकारी कोचस द्वारा शनिवार तक रंगलाल साह के मामलों में एवं अन्य मामलों का निष्पादन नही किया तो भूमि मामले में झेल रहे अंचल के सभी फरियादियों के साथ सत्याग्रह, उपवास और अंततः सपरिवार महिला बाल बच्चों के साथ होली बाद अंचल कार्यालय कोचस के समक्ष आंदोलन किया जाएगा। बैठक में सरपंच बंगाली कुँवर, हरदेव पाल, मुन्ना कुमार, अरविंद कुमार, हरेश्वर चौधरी, क्यामुद्दीन अंसारी आदि दर्जनों उपस्थित थे।