शिवसागर। रोहतास जिला अंतर्गत शिवसागर के एनएच 2 पर स्थित टोल प्लाजा स्थानीय लोगो के के साथ साथ उक्त टोल प्लाजा से गुजरने वाले लोगों के लिए सरदर्द साबित हो रही है। पिछले कई दिनों से टोल प्लाजा पर लगने वाली जाम की समस्या इतनी भयावह है कि लोगो का आवागमन बाधित हो गया है। दिन हो या रात कभी भी लोग जाम में घंटो फसें हुए देखे जा सकते है। बता दें कि रोहतास जिले में अवैध ओवर लोडेड बालू लदे ट्रकों का आवागमन काफी देखा जा रहा है। ऐसे में टोल प्लाजा पर इसका काफी असर पड़ रहा है और ये ट्रेकें टोल प्लाजा काम में अहम भूमिका निभा रहें हैं। हालांकि टोल प्लाजा पर अवैध बालू लदे ट्रकों को रोकने के लिए पुलिस बल की भी तैनाती की गई है, परंतु उन पुलिसवालों के रहते हुए भी प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में उक्त टोल प्लाजा से ओवरलोडेड बालू लदे ट्रकों का संचालन देखा जा रहा है। सूत्रों की माने तो ओवरलोड ट्रकों को पार कराने में टोल प्लाजा के कर्मियों का भी बड़ा हाथ माना जा रहा है। जिले के कई ऐसे सफेदपोश है जो ओवर लोडेड बालू लदे ट्रकों को पार कराने के लिए कार्य कर रहे हैं। इनके द्वारा प्रतिदिन हजार के आसपास ट्रकों को पार कराया जाता है, जिसके एवज में ये लोग मोटी रकम वसूलते हैं। उसमें से कुछ पैसे टोल प्लाजा के अधिकारियों के पॉकेट में भी जाता है।
टोल प्लाजा पर घंटो जाम की वजह से आम लोगों की जिंदगी पर पड़ रहा असर
टोल प्लाजा पर लगने वाले घंटो जाम की वजह से लोगों के दिनचर्या पर काफी असर पड़ रहा है। भीषण जाम की वजह से आम लोगों के रोजगार, स्वास्थ, बच्चों की शिक्षा और अन्य कई महत्वपूर्ण काम प्रभावित हो रही है। इस परेशानी को लेकर स्थानीय लोग काफी आक्रोशित है। उन्होने शिकायत किया कि अब प्रतिदिन टोल प्लाजा या एनएच 2 पर जाम की समस्या बढ़ने लगी है। स्थानीय लोग कब अपने ऑफिस, स्कूल, कॉलेज, छात्र कोचिंग और मजदूर मजदूरी पर पहुचेंगे और कब वापिस आएंगे इसकी कोई गारंटी नही है। इस जाम की समस्या से तंग आकर कई लोग अपने गाँव घर छोड़कर पेट के लिए काम की जगह के आसपास किराए पर रहने को मजबूर हो रहे है। वही जो लोग टोल के इस पार या उस पार रह रहे है नौकरी को लेकर तलवार उनकी गर्दन पर लटकी हूई है। कई महिला कर्मचारियों ने कहा कि देर के कारण ऑफिस में प्रतिदिन भला बुरा सुनने से वो लोग मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रही है।
महिलाओ ने आरोप लगाते हूये कहा कि टोल प्रबंधन या एनएचएआई के अधिकारी स्थानीय लोग को प्रताड़ित करते है। इनलोगो से कितनी बार भी कुछ कहो कुछ सुनते ही नही। बस अपने वसूली मे लगे रहते है। कभी इनके लेंन मे टेक्निकल खामी आ जाती है तो कभी इनके काउंटर बॉय विचार विमर्श मे फसे रहते है तो कभी सड़क को तोड़ कर एक लेन का बना दिया जाता है। महिलाओ ने कहा इमरजेंसी को भी ये लोग नजरअंदाज करते है। आफिस ऑवर में ये लोग काफी लापरवाही बरतते है। इन लोगो ने अपनी सुविधा के लिए फ़ास्ट टैग कार लेंन बना दिया जो पहले स्थानीय लोगो के बाइक और ऑटो के लिए निकलने का लेंन था। अब पूरी तरह से स्थानीय सवारी वाहन और निजी वाहन जो रोजमर्रा के लिए निकलते है जाम के चक्रव्यूह में घंटों फसे पड़े रहते है।इस समस्या पर प्रशासन सख्त कदम उठाए ताकि स्थानीय लोग अपनी नार्मल लाइफ जी सके।नही तो एक ऐसा वक्त आएगा कि स्थानीय लोगो के जन आंदोलन के आगे टोल को यहां से स्थानांतरित होने पर विवश होना पड़ सकता है।