सासाराम: सामाजिक संस्था सबल के तत्वावधान में शनिवार को सासाराम स्थित मंगला भवन में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए दक्षिणी बिहार की जनप्रिय संस्था सबल ने 18 दिसम्बर 2022 से ही रक्तदान हेतु जगरूकता अभियान चलाकर लोगों के बीच रक्तदान को लेकर मन में व्याप्त भ्रम को दूर कर रक्तदान से स्वयं व आम जीवन में क्या सकारात्मक प्रभाव है। इसके बारे में लोगों के बीच संवाद किया गया। नारायण मेडिकल कॉलेज एवम अस्पताल एवम सबल के संयुक्त तत्वावधान में रक्तदान शिविर आयोजित किया जिसमे 72 लोगों ने रकदान किया। कार्यक्रम में कुछ महिला रक्तदाता हीमोग्लोबिन की कमी के वजह से रक्तदान से वंचित रह गई। संस्था के ब्लड कॉर्डिनेटर रिशुराज सिंह उर्फ गुंजन सिंह ने बताया कि रक्तदान के लिए एक सौ तेरह आवेदन प्राप्त हुए हैं। कुछ वैसे लोग भी आ रहे हैं जो आवेदन नही कर पाए थे ,उनका भी आवेदन की प्रक्रिया पूरी करते हुए रक्तदान कराया जा रहा है।
संस्था की पहल पर यह छठवां रक्तदान शिविर है जिसकी बड़ी उपलब्धि यह है कि पहले रक्तदान शिविर में जितने कुल लोग रक्तदान किए थे उससे ज्यादा संख्या में इस बार रक्तदान शिविर में अबतक महिलाएं रक्तदान कर चुकी हैं। पहली बार रक्तदान करने वालों की संख्या में भी अप्रत्याशित बढ़ोतरी हम सभी को और भी ऊर्जा दे रहा है। इससे संस्था अपने प्रत्येक दायित्व को और प्रमुखता से निभाने का कार्य आगे भी करती रहेगी। रक्तदान शिविर को सुगमतापूर्वक संचालित करने हेतु चिकित्सकों की पूरी टोली भी अपने अपने कर्तव्यों के प्रति काफी सचेत हैं। प्रत्येक रक्तदाता के हर एक चिकित्सीय दिशानिर्देश की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद ही रक्तदान कराया गया एवम उनके जलपान एवं विश्राम के साथ स्वच्छता और कोरोना महामारी के नियमावली को भी प्रमुखता से पालन किया गया।रक्तदान करने आए रक्तदाता का रक्त कहां सदुपयोग होता है इसकी जानकारी हर रक्तदाता को हो, इस व्यवस्था को पारदर्शी बनाने हेतु हर रक्तदाता कार्ड का ईमेल अलर्ट की सुविधा, रक्तदाता के उत्साहवर्धन हेतु अंग वस्त्र, मोमेंटो और रक्तवीर समान पत्र से सुशोभित किया गया।सबल द्वारा सालो भर सामाजिक उत्थान की गतिविधियां जारी रहती हैं। ठंड के मौसम में तन ढांको अभियान, उत्सव में बचे भोजन को उसी वक्त जरूरतमंद तक पहुंचाने हेतु सबल जनता रसोई, प्राथमिक शिक्षा हेतु एक उड़ान, प्रतियोगी परीक्षा हेतु सबल 30, क्रीड़ा क्षेत्र हेतु आरुषि कार्यक्रम, परीक्षा के तनाव से दूर रखने हेतु अपराजिता द एग्जाम फेस्टिवल जैसे अनेकों कार्य संस्था के द्वारा जारी रहता है।