सासाराम। चौधरी कमिटी की अनुशंसा को लागू करने, मानदेय वृद्धि करने सहित अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार से जिला निबंधन परामर्श केंद्र के सभी कर्मी चार दिवसीय हड़ताल पर चले गए। कर्मियों के हड़ताल पर जाने से निबंधन संबधी सभी कार्य पूरी तरह से ठप हो गए है। बता दें कि बिहार के सभी 38 जिलों में कार्यरत जिला निबंधन परामर्श केन्द्र एवं बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम कर्मियों के संयुक्त संगठन बिहार राज्य सिंगल विण्डो ऑपरेटर एवं मल्टी परपस असिस्टेंट संघ के सभी 38 जिला इकाई अपनी मांगों को लेकर चार दिवसीय हड़ताल पर बैठ गए हैं। कर्मियों की मांगों में चौधरी कमिटी की अनुशंसा को लागू करने, मानदेय वृद्धि, ऐच्छिक स्थानान्तरण, अनुकंपा का लाभ एवं एक माह की सुरक्षित जमा राशि को वापस करने” को लेकर हडताल पर है। यह हड़ताल 14 मार्च से लेकर 17 मार्च तक चरणबद्ध रूप से कार्यालय, जिला मुख्यालय एवं राज्य मुख्यालय में कलम बंद ( काम बंद ) / घरणा / प्रदर्शन आदि का आयोजन किया जाएगा।
अध्यक्ष राधे कृष्ण कुमार ने बताया कि पूर्व में भी सरकार एवं विभाग में पदास्थापित पदाधिकारियों से पत्राचार एवं वार्ता कर अपनी पाँच सूत्री मांगों से अवगत कराया गया था परन्तु सरकार एवं विभाग द्वारा कर्मियों की मांग को अनसुना किया गया और केवल आश्वासन देकर ठगा गया है। माँगों की पूर्ति को लेकर पूर्व में भी 01 सितम्बर 2022 से 07 सितम्बर 2022 सात दिनों तक कर्मियों ने काला पट्टी लगाकर काम किया था। प्रवक्ता पूजा कुमारी ने कहा कि अगर विभाग हमारी मांगों पर सकारात्मक विचार नहीं करती है तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए विवश होंगे। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता बिहार राज्य संविदा कर्मी महासंघ के संयुक्त सचिव एवं संघ के जिला अध्यक्ष राधे कृष्ण के द्वारा किया गया। मौके पर उपाध्यक्ष केशव कन्हैया, प्रवक्ता पूजा कुमारी, रोहन कुमार, संयोजक सोनी कुमारी, कोषाध्यक्ष रजीत, सचिव चंदन कुमार, मीडिया प्रभारी दीनदयाल, विवेक कुमार एवं सुजीत, मंटन, आरसी कमल, शाहिद इकबाल खान, सचिन, राहुल, विकास, बबलू आदि उपस्थित रहे।