सासाराम। सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू के समीप सोमवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। बता दें की एसएनसीयू में भर्ती बच्चों के मां के लिए एसएनसीयू के पास ही मदर रूम बनाया गया है, जहां सोमवार की अहले सुबह शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगते लगते बच गया। यदि शार्ट सर्किट ने अपना विकराल रूप दिखाया होता और एसएनसीयू में कार्यरत स्वास्थयकर्मी सूझ बूझ नही दिखाती तो यह आग एसएनसीयू तक जा पहुंचती क्योंकि मदर रूम में जाने वाला वायर एसएनसीयू की तरफ से ही आया हुआ है। एसएनसीयू में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों की वजह से यह बड़ा हादसा होते-होते टल गया। वहीं इस शॉर्ट सर्किट के पीछे एसएनसीयू के लिए कार्यरत बिजली मिस्त्री की लापरवाही बताई जाती है। जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह से ही बारिश हो रही थी और बारिश की वजह से शॉर्ट सर्किट होने लगा। शॉर्ट सर्किट इतना तेज था कि एसएनसीयू में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी कुछ देर के लिए तो घबरा गई। उनलोगों ने तत्काल इसकी सूचना बिजली मिस्त्री को दिया।
बारिश की वजह से बिजली मिस्त्री टालमटोल करता रहा, हालांकि कुछ देर बाद बिजली मिस्त्री वहां पहुंचकर थोड़ा बहुत तार को ठीक कर के वापस चला गया। उसके जाते ही कुछ देर बाद फिर तेज शॉर्ट सर्किट होने लगा। पुनः इसकी सूचना बिजली मिस्त्री को दी गई। इस दौरान बिजली मिस्त्री ने जवाब दिया कि मैं सब कुछ ठीक करके आ गया हूं अब ऐसा नहीं है। बिजली मिस्त्री का रेस्पॉन्स न मिलता देख एसएनसीयू के स्वास्थ्य कर्मियों ने तत्काल अस्पताल प्रबंधक को सूचना दी। सूचना मिलते ही अस्पताल प्रबंधक ने इस पर तुरंत तत्परता दिखाते हुए बिजली मिस्त्री को पुनः बुलाया और तार को ठीक करवाया। वहाँ मौजूद लोगों की माने तो इसमें बिजली मिस्त्री की बड़ी लापरवाही देखी गई है। यदि एसएनसीयू में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी तत्परता दिखाती तो बड़ी घटना कर सकती थी। वही अस्पताल प्रबंधक रितेश स्वरूप ने बताया की बारिश की वजह से शॉर्ट सर्किट हुआ था और उसे अब पूरी तरह से ठीक कर लिया गया।