नासरीगंज/रोहतास : चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम संवत 2080 के आगमन पर नगर के उच्च विद्यालय के समीप काली मंदिर के प्रांगण से आरएसएस के स्वंयसेवकों ने पथ संचलन किया। पुरे शहर में पथ संचलन कर जहां हिन्दू नववर्ष का स्वागत किया तो वही देश की अखंडता और संप्रभुता के संरक्षण का संदेश भी दिया। पथ संचलन में क्षेत्र के लगभग 100 आरएसएस स्वयंसेवकों ने भाग लिया और कार्यक्रम को सफल बनाते हुए भारत माता की जय और बंदे मातरम का उद्घोष किया। आरएसएस के स्वयंसेवकों ने काली मंदिर से पथ संचलन शुरू किया जो नगर के थानामोड, मंगलबाजार, मेन रोड, बड़ी बाजार रोड होते हुए पुनः अपने स्थल पर आकर समाप्त हो गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजकों ने कहा कि आज देश को एकता के सूत्र में पिरोने का काम आरएसएस के लेाग कर रहे हैं। इसलिएं कार्यक्रम में सभी लेागों से जुड़ने का आह्वान किया गया था। इसके पूर्व काली मंदिर के प्रांगण में बौद्धिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता व आरएसएस के संस्थापक डॉ०केशव बलिराम हेडगेवार जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया। उसके बाद जिला बौद्धिक प्रमुख संजय तिवारी ने बताया कि इसी दिन ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की थी और उसी दिन से महाराज विक्रमादित्य ने हिंदू नव वर्ष की स्थापना की थी जिसके नाम पर विक्रम संवत रखा गया है। महाराज रामचंद्र भगवान और युधिष्ठिर का इसी दिन राज्याभिषेक हुआ था।
आजादी के बाद भी हम मानसिक गुलाम हैं। जो पश्चिमी नववर्ष मानते हैं, लेकिन अब भारतीय नववर्ष मानने की जरूरत है। मौके पर जिला संघ चालक डॉ०विश्वनाथ प्रसाद, जिला कार्यवाह संतोष कुमार, खण्ड कार्यवाह अविनाश कुमार बब्लू, विष्णु भगवान, रमेश कुमार, पवन कपाड़िया, उदय केशरी, अजय कुमार, संजय कुमार उर्फ लालबाबू, ओमप्रकाश गुप्ता, सुनील कुमार, अजय कुमार सिंह, अनिल कुमार, अवधेश कुमार, कर्णविजय कुमार, लुकेश्वर कुमार प्रिय समेत कई स्वंयसेवक मौजूद थे।