सासाराम। देश में एक बार फिर कोरोना का संक्रमण रफ्तार पकड़ने लगा है। देश के कई राज्यों के साथ-साथ कई जिलों में संक्रमण के मामले सामने आए हैं। ऐसे में केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए एक बार फिर तैयारियों में जुट गई है। इसी के तहत राज्य स्वास्थ्य समिति के दिशा निर्देश पर रोहतास जिला सदर अस्पताल में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की गई । मॉक ड्रिल के दौरान सासाराम सदर अस्पताल स्थित ऑक्सीजन प्लांट में ऑक्सीजन के निर्माण, उसकी प्रचुरता के साथ-साथ ऑक्सीजन पाइप लाइनों से ऑक्सीजन के बहाव व दबाव की गहन जांच की गयी । साथ ही साथ आपातकालीन स्थिति में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सदर अस्पताल में बनाए गए 16 बेड़ों के स्पेशल वार्ड का भी निरीक्षण करके तैयारियों का जायजा लिया गया।
जिले में मिले हैं चार कोरोना संक्रमित मरीज
देश के कई जिलों के साथ-साथ रोहतास जिले में भी कोरोना संक्रमण ने दस्तक दे दी है। जिले में कोरोना संक्रमण के मरीज मिलने के बाद जिला स्वास्थ्य समिति के कान खड़े हो गए और अधिक से अधिक कोरोना जांच करने के लिए दिशा निर्देश दिए गए। रोहतास जिले में पिछले वर्ष 30 अक्टूबर को अंतिम कोरोना का मरीज पाया गया था। लगभग 5 महीने बाद 2 दिन पूर्व जिले में चार संक्रमित मरीज पाए गए। सभी संक्रमित मरीजों को फिलहाल होम आइसोलेशन के तहत रखा गया है। जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को जिले में कुल 523 लोगों की कोरोना जांच की गयी। इस दौरान एक भी व्यक्ति में संक्रमण नहीं पाया गया। फिलहाल जिले में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 4 बताई जाती है।
संक्रमण को लेकर जिला स्वास्थ्य समिति अलर्ट
डीपीएम अजय कुमार ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण के मामले को देखते हुए एहतियात बरती जा रही है। साथ ही साथ राज्य स्वास्थ्य समिति के दिशा निर्देश पर मॉक ड्रिल की गई । इस दौरान संक्रमण से निपटने के लिए सभी विधि व्यवस्थाओं को देखा गया। उन्होंने बताया कि संक्रमण से निपटने के लिए जिला सदर अस्पताल पूरी तरह से तैयार है | जो भी कमी रह गई है उसे भी दुरुस्त किया जा रहा । डीपीएम ने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट से निकलने वाली ऑक्सीजन पाइपलाइन के माध्यम से सभी बेडों तक ऑक्सीजन पहुंचायी जा रही है। फार्मेसी महाविद्यालय में स्पेशल कोविड वार्ड बनाया गया है। जिसमें सभी बेडों पर ऑक्सीजन पाइप लाइन सप्लाई है। उन्होंने बताया कि फिलहाल फार्मेसी महाविद्यालय में नेत्र शिविर लगाया गया है। इस वजह से फार्मेसी अस्पताल स्थित कोविड वार्ड का भ्रमण नहीं किया जा सका। परंतु विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति पूरी तरह से तैयार है। मौके पर डब्ल्यूएचओ के एसएमओ, महामारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक सहित अन्य मौजूद रहे।