- लावारिश शव को अपने बेटे का शव बता कर पिता ने कर दिया था क्रियाकर्म
शिवसागर । रोहतास जिला अंतर्गत शिवसागर थाना की पुलिस ने सोमवार को एक बडे उद्भेदन का खुलासा किया। पुलिस ने एक मुर्दा को जिंदा खोज निकालने का काम किया है। दोपहर को एसडीपीओ संतोष राय ने शिवसागर सर्किल इंस्पेक्टर ईश्वरानंद पाल और थानाध्यक्ष राकेश गोसाई के साथ एक प्रेस कांफ्रेंस किया जिसमें खुलासा करते हुए बताया कि नवडीहा गाँव के मुकेश कुमार के पिता उमेश तिवारी द्वारा हत्या के मामले दर्ज करने के बाद उसे जिंदा बरामद किया गया है। जो शिवसागर पुलिस की एक बड़ी और सफल कामयाबी है। उंन्होने कहा कि पिता द्वारा 12 अप्रैल को सोनहन थाना में एक शव का शिनाख्त अपने बेटे के रूप मे करने के बाद स्थानीय थाना में हत्या का मामला दर्ज किया गया था।जिसके बाद स्थानीय थाना प्रभारी ने इस केस को लेकर गंभीरता से जांच में जूट गई। इस मामले मे उमेश तिवारी ने अपने पुत्र मुकेश की हत्या मामले में 6 लोगो को नामजद आरोपी बनाया था। जिसमे उसकी प्रेमिका के भाई रितेश पासवान, कन्हैया पासवान छोटकी चेनारी, राजेश पासवान, पप्पू पासवान, सुधीर पासवान और विनोद पासवान शामिल थे। लेकिन मामला दर्ज होने के बाद स्थानीय पुलिस ने बड़ी कुशलता से केस को हैंडिल करते हुए दो हफ्ते के अंदर इस कांड की गुत्थी सुलझा दी। उंन्होने टेक्नोलॉजी की मदद से ट्रेस कर मुकेश कुमार को लड़की के साथ हरियाणा राज्य के पानीपत से खोज निकाला। वही थाना प्रभारी राकेश गोसाई ने बताया कि इस बीच उंन्होने सासाराम रामनवमी कांड में अनुसंधान टीम की जिम्मेदारी निभाते हूये इस मामले पर कड़ी नजर रखी ताकि किसी भी निर्दोष को सजा नही मिल सके। उंन्होने बताया कि इसमे हमारी टीम और रोहतास पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका भी बेहद महत्वपूर्ण रही। उंन्होने कहा कि अभी दोनों लड़का और लड़की को कोर्ट मे बयान के लिए भेजा गया है। जहां दोनों पक्ष भी शामिल होंगे। कोर्ट के बयान के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
मुकेश सेमरी हत्या कांड का है आरोपी
बताते चले कि 24 मई 2021 मे बड्डी थाना स्थित सेमरी गाँव के सिवान मे मनकी निवासी अजित पासवान की पिट पिट कर हत्या कर दी गई थी।जिसमे मुकेश कुमार अपने साथियों के साथ मूख्य अभियुक्त था। हत्या के जुर्म में 14 महीने जेल मे रहने के बाद जमानत पर बाहर आया था। वही लड़की के परिजनों की माने तो यह सोची समझी साजिश थी जिसमे निर्दोष लोगों को फसाया गया।
पिता उमेश तिवारी कहा शिनाख़्त के समय था दबाव
लड़के के पिता उमेश तिवारी ने बताया कि जब उनका लड़का गायब हूआ था उसी समय से लगातार लड़की वालों के तरफ से जान से मारने की धमकी और उनकी लड़की के साथ गलत होने का फोन पर धमकी मिल रहा था। उसी दरम्यान पब्लिक मीडिया चैनल पर अज्ञात लाश की खबर सोनहन कैमूर से मिली। वहां इसी मानसिक दबाब मे शव की शिनाख्त की। शव तो सड़ गल गया था केवल नकली दाँत के आधार पर चिनिहत किया गया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नही थी कि उनका लड़का जिंदा है।