सासाराम। सदर अस्पताल स्थित जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान के मल्टीपरपज हॉल में छठे बैच का ओथ टेकिंग एंड लाइट लैपिंग सेरेमनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार, कार्यकारी अधीक्षक डॉक्टर श्री भगवान सिंह, डीआईओ डॉक्टर आरकेपी साहू एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य श्रवण लाल शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके किया। दीप प्रज्वलन के बाद अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने सभी ने छात्राओं को शपथ ग्रहण करवाया। इस दौरान छठे बैच की छात्राओं ने कैंडल जलाकर शपथ लिया। कार्यक्रम में छात्राओं को संबोधित करते हुए एसीएमओ डॉ अशोक कुमार ने कहा कि यह जिले के लिए गौरव की बात है कि इस जिले में जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र है और यहां से इस वर्ष छठे मैच की शुरुआत होने जा रही है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त कर छात्राएं बिहार राज्य ही नहीं बिहार राज्य के बाहर भी अपना योगदान दे रही हैं।
वही डीआईओ आरकेपी साहू ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि मरीज और डॉक्टर के बीच नर्स एक अहम कड़ी होती है, क्योंकि मरीज के बेहतर देखभाल की पूरी जिम्मेवारी एक नर्स पर ही होती है। ऐसे में यदि पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ कार्य किया जाए तो स्वास्थ्य सेवाओं को काफी बेहतर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह से डॉक्टरों के साथ साथ निचले स्तर के स्वास्थ्य कर्मियों एवं नर्सों ने अपना योगदान निभाया वह काबिले तारीफ रही। डीआईओ ने कहा कि यदि हम पूरी लगन और ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वाह करेंगे तो स्वास्थ्य सेवाएं और बेहतर होंगी। साथ ही साथ विभिन्न टीकाकरण कार्यक्रमो सहित अन्य अभियान को भी बढ़ावा मिलेगा। वही कार्यकारी अधीक्षक डॉक्टर श्री भगवान सिंह ने बच्चों को संबोधित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना किया और अपने कर्तव्य का निर्वाह बेहतर तरीके से करने के लिए अपील किया।
कार्यक्रम में अतिधियों का स्वागत प्रशिक्षण केंद्र के प्रधानाचार्य श्रावण लाल शर्मा ने किया। सभी छात्राओं को कैंडल लाइटिंग एवम कैप पहनाने का कार्य संस्थान में उपस्थित अध्यापक गणेश नारायण, उदयवीर सिंह एवम अध्यापिका माधुरी कुमारी, सुष्मिता रंजन के द्वारा किया गया। मंच का संचालन संस्थान की द्वितीय वर्ष की छात्राये वंदना, श्वेता, नेहा कुमारी के द्वारा किया गया। तथा संस्थान के प्राचार्य ने नर्सिंग की देवी फ्लोरेंस नाइटिंगल की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए सभी छात्राओं को उनके चलाए गए मार्ग पर चलने के लिए मागदर्शन दिया गया।