डेहरी। जनता दल यूनाइटेड के निवर्तमान प्रखंड अध्यक्ष विकास कुमार सिंह ने प्रखंड कार्यालय पर प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधियों द्वारा जो बयान बाजी बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में की जा रही है वह सराहनीय नहीं है। अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी के लिए आज नीतीश कुमार धृतराष्ट्र लग रहे हैं। यही नीतीश कुमार कुछ साल पहले हरिश्चंद्र लग रहे थे। इनकी बयान बाजी और विरोध सिर्फ और सिर्फ राजनैतिक अवसर का हिस्सा है। स्थानीय प्रशासन के पास मौजूद साक्ष्य के आधार पर ही बीजेपी के विधायक की गिरफ्तारी की गई। इसमें सरकार का एकदम स्पष्ट नीति है ना हम किसी को फंसाते हैं न किसी को बचाते हैं। जिस क्षेत्र में दंगा हुआ है वहां के जनप्रतिनिधियों का राजनीति ही ऐसे कुकृत्य कार्य के दम पर चलता है। भाजपा का सिर्फ और सिर्फ एक ही मकसद है समाज में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ना और वोट बैंक की राजनीति करना। आज भाजपा का कोई नेता देश में महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की दशा, गरीबों की बात नहीं करता। सिर्फ आम जनता में इस तरह का भ्रम फैला कर रखा है कि, जैसे लगता है कि देश पर बहुत बड़ा संकट आने वाला है। देश के लिए तो संकट आज भारतीय जनता पार्टी बनी हुई है। इनकी नीति कुछ और है और नियत सारा देश देख रहा है। आगामी लोकसभा चुनाव में इसका परिणाम इन्हें दिखेगा।
वही बाहुबली आनंद मोहन के रिहाई को लेकर उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के द्वारा जो जेल नियमावली में संशोधन किया गया है उसका लाभ बिहार के प्रत्येक जाति धर्म से आने वाले लोगों को मिलेगा जो अपने अच्छे जेल में आचरण और व्यवहार के साथ साथ उम्र कैद की सजा काट रहे हैं। यह सरकार की सराहनीय कदम है जो भाजपा को अच्छा नहीं लग रहा है। लोगों के हित में न्याय की बात की जा रही है। बिहार के लोग जानते हैं की प्रशासनिक अधिकारी की हत्या में आनंद मोहन को बेवजह फंसाया गया था। उच्च वर्ग के लोगों में खुशी है कि सरकार ने इस पर विचार किया और इस समाज के साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ निर्णय लिया। आज हमारी सरकार हर समाज के लोगों के साथ वह अनुसूचित जाति हो, अति पिछड़ा हो, पिछड़ा हो, अल्पसंख्यक हो या किसी धर्म का हो सबको साथ लेकर चलने का कार्य करते हुए बिहार को विकसित बिहार बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। इस मौके पर जनता दल यूनाइटेड के पंचायत अध्यक्षों के साथ-साथ जदयू के कार्यकर्ता शामिल हुए जिसमें श्रीनिवास राम, संजय सिंह, किशन कुमार, कन्हैया कुमार, अमरजीत कुमार, राकेश कुमार मेहता, रिंकू कुमार मेहता, सरोज सिंह, गुंजन सिंह, कामेश्वर राम, राहुल पासवान, रामाश्रय राम, लल्लू यादव, प्रिंस कुमार, भानु कुमार, गोलू कुमार, संतोष शर्मा, सोनू शर्मा आदि कार्यकर्ता शामिल हुए।