तिलौथू । जिले में अवैध रूप से चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से सख्त दिखाई दे रही है। जिले के विभिन्न प्रखंडों में अवैध तरीके से संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर छापेमारी और जांच अभियान लगातार जारी है। इसी के तहत तिलौथू बाजार के दर्जनों अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन द्वारा औचक निरीक्षण कर जांच पड़ताल की गई . इस जांच पड़ताल में कई अल्ट्रासाउंड सेंटर अवैध पाए गए हैं जबकि कई अल्ट्रासाउंड सेंटरों में भारी अनियमितता भी पाई गई है।
वहीं प्रशासन ने तिलौथू बाजार में एक अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील भी कर दिया है। इस संबंध में सीओ कुमार भारतेंदु ने बताया कि एसडीओ अनिल कुमार सिन्हा के नेतृत्व में प्रशासन की टीम एवं स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त कार्रवाई में तिलौथू बाजार के दर्जनों अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर व्यापक रूप में छापामारी की गई है, जिसमें प्रशासन द्वारा तिलौथू के अंजलि अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील कर दिया गया है। प्रशासन ने काफी नाटकीय ढंग से अंजली अल्ट्रासाउंड को अपने घेरे में लिया। सीओ ने बताया कि एक होमगार्ड के जवान को एक महिला होमगार्ड सिपाही के साथ सादे लिबास में अंजलि अल्ट्रासाउंड में भेजा गया, जहां पर अंजलि अल्ट्रासाउंड के संचालक ने चार हजार रु लेकर भ्रूण लिंग जांच करने की बात स्वीकार कर ली, ऐसी शिकायत मिलने के तुरंत बाद एसडीओ अनिल कुमार सिन्हा व सीओ भारतेंदु के नेतृत्व में पहुंची टीम ने अंजलि अल्ट्रासाउंड को पीएनडीटी एक्ट के तहत आज पूरी तरह से सील कर दिया।
वही समृद्धि अल्ट्रासाउंड की भी प्रशासन द्वारा गहनता से जांच की गई है, जिसकी शिकायत विभाग को हमेशा मिलती थी। सीओ ने बताया कि समृद्धि अल्ट्रासाउंड में भी भारी अनियमितता पाई गई है। समृद्धि अल्ट्रासाउंड में कोई अल्ट्रासाउंड संबंधित मानक योग्यताधारी डॉक्टर नहीं बैठते हैं। वगैर प्रशिक्षित नौसिखियों द्वारा समृद्धि अल्ट्रासाउंड से महिलाओं की जांच की जाती हैं तथा उनके जीवन से खिलवाड़ किया जाता है वहीं जांच रिपोर्ट पर हस्ताक्षर भी योग्यताधारी डॉक्टर का नहीं होता है, इतना ही नहीं जिस डॉक्टर के नाम पर यह समृद्धि अल्ट्रासाउंड चलाया जा रहा है उसने भी प्रशासन द्वारा पूछे जाने पर इसमें अपने संबद्धता से इनकार कर दिया है। पदाधिकारियों के अनुसार दो डॉक्टरों डॉक्टर अनुज कुमार व डॉक्टर वीरेंद्र कुमार के नाम पर यह सेंटर चलाया जाता है जबकि जांच के क्रम में ये दोनों डॉक्टर इस सेंटर पर उपस्थित नहीं पाए गए। ऐसे में देखना यह है कि स्वास्थ्य विभाग समृद्धि अल्ट्रासाउंड में भारी अनियमितता पाए जाने के बावजूद भी कितनी ठोस कार्रवाई कर रही है या नहीं। वही इसके अतिरिक्त और अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच की गई है जो अवैध रूप से चलाए जा रहे हैं. जिसमें कौशल्या अल्ट्रासाउंड भी शामिल है। छापेमारी टीम में शामिल तिलौथू के पीएचसी प्रभारी डॉ दयानंद प्रसाद द्वारा इन अवैध अल्ट्रासाउंड की जांच शिकायत पत्र सिविल सर्जन को भेजा जाएगा। वही समृद्धि अल्ट्रासाउंड में भी पाए गए भारी अनियमितता के संबंध में भी पीएचसी प्रभारी द्वारा विभाग को कार्रवाई हेतु पत्र लिखा जाएगा।
एसडीएम अनिल सिन्हा ने बताया कि अल्ट्रासाउंड सेंटर द्वारा गैरकानूनी कृत्य एवं अनियमितता करते हुए बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित मानकों का उल्लंघन कर पीएनडीटी अल्ट्रासाउंड एवं क्लीनिकल निबंधन, गैर निबंधित अल्ट्रासाउंड सेंटरों का संचालन संचालक द्वारा अधिक राशि वसूलना , लिंग परीक्षण तथा तकनीशियन योग्य शिक्षकों की संबद्धता के बगैर अल्ट्रासाउंड सेंटर का संचालन किए जाने की शिकायत हमेशा मिल रही थी। मानक योग्यताधारी एक चिकित्सक अधिकतम दो अल्ट्रासाउंड सेंटर के साथ संबंध हो सकते हैं. अनुमंडल क्षेत्र के सभी प्रखंड के अल्ट्रासाउंड सेंटरों का जांच किया जा रहा है . जांच टीम में तिलौथू सीओ भारतेंदु , एस आई पूजा कुमारी, पीएचसी प्रभारी डॉक्टर दयानन्द प्रसाद , बीएचएम अमरेंद्र कुमार शामिल थे।