करगहर। ।स्वच्छता अभियान पर जोर, अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने बाजार को किया उपेक्षित स्थानीय करगहर बाजार में आम लोगों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बाजार में आये लोगों एवं स्थानीय दुकानदारों को शौच आदि के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। लोग गली का सहारा लेते है या बाजार में ही सड़क किनारे गंदगी फैलाते है। जिससे राहगीरों, आम लोगों व बाजार में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। विशेषकर बाजार में आयी महिलाओं को ज्यादा परेशानी होती है। बाजार आयी बंसती देवी ने कहा कि खरीदारी करते वक्त कई बार महिलाओं को शौचालय जाने की आवश्यकता पड़ती है। लेकिन शौचालय की व्यवस्था नहीं होने से महिलाएं काफी परेशान होती है। केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर से शौचालय बनाए जाने के लिए काफी धन खर्च किया जा रहा है। लेकिन महिलाओं के शौचालय बनाए जाने की ओर ध्यान नहीं दिया जाता है। यहां तक कि जनप्रतिनिधि भी इस समस्या के समाधान की ओर विचार नहीं करते है।
मुख्य बाजार में नहीं है महिलाओं के लिए शौचालय व यूरिनल :यह प्रखंड का बाजार व्यापारिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। यहां प्रतिदिन लाखों का कारोबार होता है। बाजार में कपड़ा, सोना, चांदी, बर्तन, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सहित सभी प्रकार की दुकानें मौजूद है। आसपास के दर्जनों गांव के हजारों लोग प्रतिदिन बाजार विभिन्न सामानों की खरीददारी के लिए आते-जाते रहते हैं। लेकिन बाजार में एक अदद सार्वजनिक शौचालय के अभाव में लोगों को भारी दिक्कत होती है। खासकर महिलाओं को शौच के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। कभी कभी लोक लाज त्यागकर महिलाओं को सड़क के किनारे बैठकर शौच करने को विवश होना पड़ता है।
कहते हैं स्थानीय लोग
स्थानीय निवासी बैजनाथ कुमार साह, राजू कुमार,बच्चा यादव ,अभिनाश शर्मा, संदीप कुमार। मुमताज राईन,अख्तर राईन, आदि ने कहा कि स्वच्छता अभियान के तहत लगभग घर-घर शौचालय का निर्माण हो चुका है लेकिन अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने बाजार को इससे उपेक्षित रखा है।