नासरीगंज। रोहतास जिला के नासरीगंज प्रखंड स्थित नासरीगंज- दाउदनगर पुल के 2 किलो में फर्स्ट है 12 वर्षीय बालक को 30 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाल लिया गया एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की टीम के संयुक्त तत्वावधान में चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग 30 घंटे तक चला पिलर के दरार में फंसे बालक को निकाल तो लिया गया परंतु बाहर निकलने के बाद बालक ने दम तोड़ दिया बता दें कि बुधवार की सुबह एक महिला ने उक्त पिलर में से किसी बच्चे की रोने की आवाज सुनी थी। उसके बाद महिला ने शोर मचाना शुरू किया और वहां लोगों की भीड़ लग गई और लोगों ने देखा कि उसमें एक बालक फंसा हुआ है। बालक की पहचान नासरीगंज प्रखंड के खिरियाव गांव निवासी शत्रुघ्न प्रसाद उर्फ भोला का 12 वर्षीय पुत्र रंजन कुमार के रूप में की गई। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने बताया कि रंजन कुमार मानसिक रूप से विचित्र था और सोमवार से लापता था। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई थी। वही पिलर में बालक की फंसे होने की सूचना पाते ही प्रशासन हरकत में आई और बुधवार की दोपहर से ही बच्चों को बाहर निकाले की कवायद शुरू हो गई। बच्चों को निकालने के लिए पहले एसडीआरएफ टीम को लगाया गया परंतु सफलता हाथ नहीं लगी। उसके बाद एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया रात भर जारी रेस्क्यू अभियान में सफलता हाथ नहीं लगी।
गुरुवार की सुबह से ही एनडीआरएफ की टीम पिलर को काटकर बच्चे तक पहुंचने का प्रयास कर रही थी परंतु सफलता नहीं मिल रही थी। मिली जानकारी के अनुसार बालक को सही सलामत निकालने के लिए पुल विभाग से पुल को तोड़ कर उक्त बालक को निकालने के लिए अनुमति मांगी जिसे पुल विभाग ने उसे तोड़ने का अनुमति प्रदान किया उसके बाद पुल को तोड़ कर बच्चे को बाहर निकाला निकाल लिया गया था परंतु हालात नाजुक देखते हुए सासाराम सदर अस्पताल भेजा गया। इस दौराम रास्ते मे ही उसकी मृत्यु हो गई। बताते चलें कि कल दोपहर से जारी रेस्क्यू अभियाम में जिले के वरीय अधिकारियों में एडीएम, एसपी, बिक्रमगंज अनुमंडल के एसडीएम उपेंद्र पाल सहित पुल विभाग के इंजीनियर मौजूद रहें।