- 2 महीने से 5 वर्ष के बच्चे वाले घरों में उपलब्ध कराई जाएगी ओआरएस का पैकेट व जिंक टेबलेट
सासाराम। गर्मी के दिनों में बच्चों को होने वाली डायरिया (दस्त) से बचाने के लिए शुक्रवार से सघन दस्त नियंत्रण पकवाड़ा की शुरुआत होने जा रही है। पखवाड़ा को लेकर जिला स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा को सफल बनाने के लिए आज सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रखण्ड के सभी आशाकर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिसमें अभियान के तहत बच्चों को दी जाने वाली ओआरएस के घोल और जिंक टेबलेट की खुराक के बारे में आशा कर्मियों को जानकारी दी गई। प्रखंड के सभी घरों में ओआरएस की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके इसके लिए आशाकर्मियों को जानकारी दी गई। साथ ही साथ उसके इस्तेमाल के साथ दस्त की पहचान करके जिंक की गोली कैसे खिलानी है इसको लेकर भी आशा कर्मियों को प्रशिक्षण शिविर में बताया गया। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि दस्त होने पर 2 माह से कम आयु के बच्चे को 5 चमच्च प्रत्येक दस्त के बाद, 2 माह से 2 वर्ष तक के बच्चे को एक चौथाई या आधा ग्लास ओआरएस प्रत्येक दस्त के बाद तथा 2 वर्ष से 5 वर्ष तक के बच्चे को आधा गिलास से एक गिलास प्रत्येक दस्त के बाद देना है। यह जानकारी अशाकर्मी अभिभावकों को उपलब्ध कराएंगी। साथ ही साथ जिंक की खुराक देने की भी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएचएम प्रवीण कुमार, बीसीएम ममता कुमारी, बीएमसी उमाशंकर, पिरामल हेल्थ के इंद्रजीत सतपुत मौजूद रहे।
मुरादाबाद से शुरू होगा अभियान
डीपीसी संजीव मधुकर ने बताया कि सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा की शुरुआत शुक्रवार से सासाराम प्रखंड के मुरादाबाद स्थित स्वास्थ्य केंद्र से शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान हैंड बिल, पोस्टर सहित अन्य माध्यमों से ओआरएस एवं जिंक की महत्ता तथा उसके इस्तेमाल के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी। वही डीआईओ डॉ आरकेपी साहू ने बताया कि जून-जुलाई के महीनों में बच्चों में दस्त की शिकायत ज्यादा देखने को मिलती है। यदि इस दौरान लापरवाही बरती गई तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। उन्होंने बताया कि दस्त के दौरान ओआरएस का घोल और जिंक की गोली काफी लाभदायक होता है। इसलिए दस्त होने पर ओआरएस का घोल जरूर पिलाएं। यदि दस्त लगातार जारी हो तो नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करके बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराएं। डीआईओ ने बताया कि अभियान को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है एवं सभी स्तर के प्रशिक्षण भी प्रदान कर दिए गए हैं।