- सिविल सर्जन ने किया पखवाड़ा का उद्घाटन
सासाराम। गर्मी के दिनों में 2 महीने से लेकर 5 वर्ष तक के बच्चों को (डायरिया) दस्त से बचाव के लिए शुक्रवार को सासाराम प्रखण्ड के मुरादाबाद स्थित हेल्थ एन्ड वेलनेस सेंटर से सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा के दूसरे चरण का शुभारंभ किया गया। पखवाड़ा का उद्घाटन रोहतास सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गर्मी के दिनों में खासकर जून जुलाई में 5 वर्ष से कम बच्चों को अक्सर दस्त की शिकायत मिलती है और इस दौरान लापरवाही बरतने पर बच्चों की मृत्यु भी हो सकती है। उन्होंने बताया कि एक रिपोर्ट के अनुसार बिहार में प्रतिवर्ष 12 हजार से अधिक बच्चे दस्त से मर रहे हैं। ऐसे में लोगों को जागरुक करने एवं बच्चो की मृत्यु दर कम करने के लिए यह अभियान चलाया जाता है। सिविल सर्जन ने बताया कि इस अभियान के तहत जिले के प्रतेक घरों में ओआरएस का पैकेट एवं जिंक की टेबलेट दी जाएगी। यह पखवाड़ा सफल हो और लोग इससे लाभान्वित हो इसके लिए लगातार मोनेटरिंग की जाएगी। कार्य मे लापरवाही बरतने वाले कर्मियों को बख्शा नही जाएगा। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि आशाकर्मी प्रत्येक घर मे एक एक ओआरएस का पैकेट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेगी एवं किसी भी घर मे डायरिया (दस्त) से पीड़ित बच्चे हो वहां 2 ओआरएस का पैकेट तथा 14 जिंक टेबलेट उपलब्ध कराएगी। प्रत्येक अभिभावकों को ओआरएस एवं जिंक की गोली का इस्तेमाल के बारे में पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएंगी। सिविल सर्जन ने बताया कि यह पखवाड़ा 16 जून से 30 जून तक आयोजित किया जायेगा।
जिले के 319 स्वास्थ्य संस्थानों पर उपलब्ध कराया गया है ओआरएस एवं जिंक टैबलेट
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर आर के पी साहू ने बताया कि सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा अभियान को सफल बनाने के लिए रोहतास जिले के 319 स्वास्थ्य केंद्र पर ओआरएस का पैकेट एवं जिंक की टेबलेट उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि रोहतास जिले में 5 वर्ष तक आयु वर्ग वाले बच्चों के घरों की संख्या 2 लाख 17 हज़ार 144 है, जहां 5 वर्ष तक के पांच वर्ष वाले बच्चों की संख्या 4 लाख 27 हज़ार 746 है| सभी लक्षित घरों में ओआरएस के पैकेट एवं जिंक की गोली उपलब्ध कराने के लिए जिले में कुल 319 ओआरएस एवं जिंक कॉर्नर स्थापित किए गए हैं, जिसमें 1 जिला अस्पताल, 3 अनुमंडल अस्पताल, 19 समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 32 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 249 एच.डब्ल्यू.सी /स्वास्थ्य उपकेंद्र तथा 5 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल है। डीआईओ ने बताया कि दस्त होने पर बच्चों को ओआरएस का घोल लगातार देते रहे। साथ ही साथ जिंक की टेबलेट लगातार 14 दिनों तक खिलाएं। ऐसा करने से लगभग 3 महीने तक बच्चों में पुनः दस्त होने की संभावना कम हो जाती है। यदि ओआरएस एवं जिंक गोली देने के बावजूद भी दस्त लगातार जारी रहे तो उक्त बच्चे को तुरंत अपने नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में दिखाएँ।
साफ सफाई पर रखे ख्याल
कार्यक्रम में मौजूद यूनिसेफ के एसएमसी असजद इकबाल सागर ने लोगों को बताया कि दस्त के दौरान साफ सफाई का ख्याल जरूर रखें। खासकर जिन घरों में 5 वर्ष से कम बच्चे हो वैसे घरों में अभिभावक अपने हाथों को कम से कम 6 बार साफ करें। असजद इकबाल सागर ने लोगों को हाथ साफ करने का तरीका के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि 6 माह से कम वाले बच्चे को यदि दस्त हो जाए तो उसे स्तनपान कराना जारी रखें। मौके पर एसीएमओ डॉ अशोक कुमार सिंह, डीपीसी संजीव मधुकर, सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अविनाश कुमार, डीसीएम चंदा कुमारी, सासाराम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएचएम प्रवीण कुमार, बीसीएम ममता कुमारी, डब्लू एच ओ के एसएमओ, जिला लेखा प्रबंधक अभिजीत गौरव के अलावा हेल्थ एंड वेरलेन्स सेंटर की एएनएम सहित आशाकर्मी मौजूद रहीं।