- गलत ग्रुप का ब्लड चढ़ाने से महिला की हुई मौत
डिहरी। जिले में कुकुरमुत्ता की तरह खुल रहे हैं निजी अस्पतालों एवं झोलाछाप डॉक्टरों की वजह से मासूमों की जान जा रही है। निजी क्लिनिकों एवं अस्पतालों में डॉक्टरों की लापरवाही मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। ताजा मामला रोहतास जिला अंतर्गत डिहरी का है जहां डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से 38 वर्षीय महिला की जान चली गई। महिला की मौत गलत ग्रुप का ब्लड चढ़ाने से बताई जाती है। मिली जानकारी के अनुसार डिहरी निवासी राजकुमार अपनी 38 वर्षीय पत्नी कंचन देवी को 30 मई को तरबंगला स्थित डॉ वीरेंद्र कुमार के निजी अस्पताल अदरी देवी मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। उक्त महिला का 13 जून को ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन के बाद महिला की तबीयत लगातार बिगड़ती गई और डॉक्टरों ने खून की कमी बताई। इस दौरान डॉक्टरों ने महिला को बी पॉजिटिव ग्रुप का 3 यूनिट ब्लड चढ़ाया।
उसके बाद मरीज की स्थिति और बिगड़ने लगी तो डॉक्टरों ने उक्त महिला को जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज एन्ड हॉस्पिटल में रेफर कर दिया, जहां ब्लड की जांच हुई तो महिला का ब्लड एबी पॉजिटिव पाया गया। नारायण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के डॉक्टरों के अनुसार महिला को गलत ब्लड जाने के कारण दोनों किडनी फेल हो गई जिस वजह से उक्त महिला की मौत बीती रात हो गई। वही महिला की मौत के बाद परिजनों एवं स्थानीय लोगों ने निजी अस्पताल अदरी देवी मेमोरियल हॉस्पिटल में जम कर हंगामा किया। हंगामे के बाद अस्पताल में मौजूद डॉक्टर अपना अस्पताल छोड़कर भाग निकले। वही मृतक के परिजनों ने शव को द nh2 सी डिहरी-तिलौथू रोड पर रख रोड को पूरी तरह जाम कर दिया है। परिजनों ने बताया कि अदरी देवी मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा गलत ब्लड रिपोर्ट बताया गया और गलत ब्लड चढ़ाने के कारण महिला की मौत हुई है। परिजनों अस्पताल का पंजीयन चिकित्सक का प्रमाण पत्र रद्द करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं।