सासाराम। वेतन वृद्धि एवं न्यूनतम वैधानिक वेतन बढ़ोतरी सहित अपने 9 सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को सासाराम सदर अस्पताल में आशा संयुक्त संघर्ष मंच रोहतास के तत्वधान में जिले की सभी आशा कर्मियों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन का शुरुआत सदर अस्पताल से शुरू हुआ एवं अस्पताल से होते हुए रोजा रोड अड्डा रोड होते हुए पुनः सदर अस्पताल पहुंचकर सिविल सर्जन कार्यालय का घेराव करते हुए अपने 9 सूत्री मांगों को रखा। आशा संयुक्त संघर्ष मंच नेता विद्यावती पांडे, लीलावती कुँअर, नंद किशोर पासवान, शंभू नाथ पांडे, सुशीला देवी, कुसुम देवी सहित अन्य आशा कर्मियों द्वारा सिविल सर्जन रोहतास के माध्यम से बिहार के मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री के नाम से मांग पत्र सौंपा।
आशा कर्मियों की मांगों में सभी आशा कर्मियों को सरकारी सेवक घोषित करना, न्यूनतम 10000 मासिक वेतन भुगतान करना, आशा को न्यूनतम वैधानिक वेतन 26000 करना, आशा फैसिलिटेटर को 20 दिन के बदले 30 दिनों का एस यू यू भत्ता 500 की दर से भुगतान करना, आशा फैसिलिटेटर को बीसीएम के पद पर प्रोन्नति देने, पूर्व के हड़ताल में आशा कर्मियों पर हुए मुकदमे वापस लेना शामिल था। प्रदर्शन कर रही आशा कर्मियों ने कहा कि सरकार उनसे समान कर्मियों के तरह कार्य लेती है और उन्हें 1000 देती है। उन्होंने कहा कि सरकार आशा कर्मियों को यूनतम वेतन 10,000 करें अन्यथा धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। उन लोगों ने कहा कि सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है तो 12 जुलाई से सभी आशा कर्मी अनिश्चितताकालीन हड़ताल पर चली जाएंगी। धरना प्रदर्शन में जिले के सभी प्रखंड के आशा कर्मी शामिल हुई।