- प्रतियोगिता में 167 खिलाड़ियों ने दिखाया दमखम, प्रतिभा को मनवाया लोहासात टेस्ट को पार कर बनाए जाएंगे वेटलिफ्टर
सासाराम। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण एवं बिहार भारोत्तोलन संघ के संयुक्त तत्वावधान में रोहतास जिला (बालक एवं बालिका) भारोत्तोलन प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन एबीआर फाउंडेशन स्कूल परिसर में हुई। मुख्य अतिथि एबीआर एजुकेशन ट्रस्ट के सचिव डॉ. पृथ्वीपाल सिंह संग आयोजित प्रतियोगिता के अध्यक्ष शशिरंजन कुमार, अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक राजेंद्र प्रसाद, सचिव सुधाकर कुमार ने संयुक्त रूप से रिबन काट एवं नारियल फोड़ प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। एबीआर फाउंडेशन की वरिष्ठ शिक्षिका अभिलाषा गौतम ने मंच संचालन का कार्यभार संभालते हुए जिले के विभिन्न विद्यालयों से आए प्रतिभागियों को खेल भावना को मन में रखते हुए पूरे भाव से प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए प्रेरित किया और कहा कि जीत-हार से परे हटकर अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करना ही हर प्रतिभागियों का लक्ष्य होना चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक राजेंद्र प्रसाद ने मुख्य अतिथि डॉ. पृथ्वीपाल सिंह को अंगवस्त्र भेंट कर समान्नित किया। प्रतियोगिता को संपन्न कराने पहंुचे बिहार भारोत्तोलक संघ के अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक राजेंद्र प्रसाद, राष्ट्रीय प्रशिक्षक ज्ञानेश्वरी देवी, रंजीत मिश्र, मनीष कुमार व सरिता कुमारी को जिले के सचिव सुधाकर कुमार ने समान्नित किया।
मुख्य अतिथि पृथ्वीपाल सिंह ने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य है कि रोहतास जिले में पहली बार भारोत्तोलन खिलाड़ी चयन का शिविर हमारे विद्यालय में लगाया जा रहा है। इसके लिए हम रोहतास जिला वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन व स्टेट वेट लिफ्टिंग एसोसिएशन का आभार प्रकट करते हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेलों के प्रति भी अपनी भूमिका को जरूरी करें, क्योंकि बिना स्वस्थ शरीर के स्वस्थ दिमाग नहीं हो सकता। प्रतियोगिता के आयोजन पर डॉ. पृथ्वीपाल सिंह ने टीम मेम्बर्स की सराहना की एवं ऐसे प्रतियोगिताओं के आयोजन में निरंतरता के लिए अपील की। उन्होंने बताया कि भारोत्तोलन की ऐसी प्रतियोगिता में रोहतास की धरती पर बालिका वर्ग में मेडल लेने वाली एबीआर फाउंडेशन की छात्रा प्रियंका कुमारी एवं खुशी कुमारी बनी थीं, जो गर्व करने के लायक है। श्री सिंह ने अन्य विद्यालयों से आए नन्हे प्रतिभागियों का स्वागत कर सभी को खेल के प्रति अपनी रुझान विकसित करने को कहा।अध्यक्ष शशि रंजन कुमार ने कहा कि रोहतास जिले में अब तक वेट लिफ्टिंग खेल को बढ़ावा देने के लिए कोई संस्थान नहीं था। इस कारण वेटलिफ्टिंग में हमारे जिले से कभी भी कोई प्रतिनिधित्व स्टेट के लिए नहीं हुआ करता था। नई कमेटी के गठन के 3 महीने के अंदर ही सेलेक्शन कैम्प लगाना यह साबित करता है कि स्टेट वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन हमारे जिले में इस खेल के उपयुक्त खिलाड़ियों को बेहतरीन मौका देने के लिए प्रतिबद्ध है। सचिव सुधाकर कुमार ने बताया कि 2 दिनों तक यह फिजिकल सिलेक्शन कैम्प चलेगा, जिसमें से 9 से 12 वर्ष आयु वर्ग के 10 खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा।
सुधाकर कुमार ने जानकारी देते हुए कहा की इस प्रतिभा खोज प्रतियोगिता में जिले के विभिन्न विद्यालयों से आए करीब 167 बच्चों ने हिस्सा लिया। इनमें 112 बालक एवं 55 बालिका खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिसके परिणाम की घोषणा कल की जाएगी। चयनित खिलाड़ियों को बिहार सरकार द्वारा नि:शुल्क आवासीय प्रशिक्षण देकर स्टेट लेवल प्रतियोगिता में भेजा जाएगा। अन्तराष्ट्रीय प्रशिक्षक राजेंद्र प्रसाद ने बच्चों से मानसिक क्षमता को विकसित करने के लिए शारीरिक क्षमता को विकसित करने को कहा एवं शारीरिक क्षमता के लिए खेल के मैदान में उतर कर खेलने को प्रेरित किया |प्रतिभा खोज विधि की जानकारी देते हुए राष्ट्रीय प्रशिक्षक, गिरिजेश कुमार उर्फ़ मनीष कुमार ने कहा कि इसमें प्रतिभागियों को सात प्रशिक्षण से गुजरना होता है | उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि बच्चों की कद एवं वजन के साथ वर्टीकल जम्प, स्टैंडिंग ब्रॉड जम्प, पुश अप्स, सिट अप्स, स्किल टेस्ट की कठिन प्रशिक्षण ली जायेगी |प्रशिक्षक मनीष ने आगे बताया कि प्रतिभागियों की मोटर एबिलिटी एवं स्किल टेस्ट की प्रशिक्षण के बाद करीब 30-35 प्रतिभागियों का राज्य स्तर पर प्रशिक्षण के लिए तैयार किया जाएगा, जिसकी पंद्रह दिवसीय ट्रेनिंग एबीआर फाउंडेशन के प्रांगन में होगी।पंद्रह दिवसीय प्रशिक्षण कैंप की सभी व्यवस्था बिहार राज्य खेल प्राधिकरण एवं बिहार भारोत्तोलन संघ द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि उसमे से चयनित सर्वश्रेष्ठ दस बच्चों को राज्य स्तरीय प्रशिक्षण के लिए ले जाया जाएगा | कैडेट बच्चों की प्रथम वर्ष राज्यस्तरीय प्रतियोगिता होगी जिसमे सभी की भागीदारी होगी | कार्यक्रम को सफल बनाने जुटे विद्यालय परिवार की सभी ने प्रशंसा