सासाराम। सासाराम नगर निगम क्षेत्र में गंदगी और कुव्यवस्था को लेकर नगर निगम के पार्षद नगर आयुक्त के मनमानी के खिलाफ धरने पर बैठ गए। बता दें कि सासाराम नगर निगम के मेयर और नगर आयुक्त के खिलाफ पिछले कई महीनों से खींचतान जारी है, जिस कारण शहर का विकास पूरी तरह से रुका हुआ है। शहर में गंदगी के अंबार एवं जल जमाव की समस्या दूर नहीं होने पर बुधवार को नगर निगम क्षेत्र के कई वार्ड पार्षद नगर निगम परिषद में है नगर आयुक्त के खिलाफ काला पट्टा बांध धरने पर बैठे रहे। पार्षदों ने आरोप लगाया कि नगर आयुक्त मनमाने ढंग से कार्य कर रहे हैं जो आवश्यक कार्य है उसे दरकिनार कर दिया जा रहा है, जबकि शहर के मुख्य समस्या जलजमाव एवं कूड़े का अंबार है। बावजूद इसके नगर आयुक्त द्वारा कोई कारगर कदम नहीं उठाया जा रहा है। वार्ड पार्षद ने आरोप लगाया कि सफाई के लिए चयनित एनजीओ को रद्द किया जाए, क्योंकि प्रतिमाह 80 लाख से अधिक रुपए देने के बावजूद भी शहर में सफाई की स्थिति बद से बदतर है। ऐसे में कहा जा सकता है कि सफाई कार्य में लगे एनजीओ सही रूप से कार्य नहीं कर रहे हैं। बावजूद इसके एनजीओ का लगातार कार्यकाल बढ़ाया जा रहा है।
वहीं कई महिला वार्ड पार्षद का कहा कि सशक्त स्थाई समिति की बैठक में शहर के विकास सहित महिलाओं की समस्याओं को लेकर कई निर्णय लिए गए उस पर भी नगर आयुक्त ने कोई दिलचस्पी नही दिखाई, बल्कि अपने कार्यालय को लक्जरी बनाने में लगे रहें उन्हें जनता की समस्या की कोई फिक्र नही है। वार्ड पार्षदों का कहना है कि शहर की जनता ने अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए हम लोगों को अपना प्रतिनिधि बनाया परंतु नगर आयुक्त की मनमानी की वजह से शहर में नहीं हो रहे कार्य का कोपभाजन हम लोग बन रहे हैं। वही धरना पर बैठे पार्षदों ने शहर की समस्या एवं नगर आयुक्त की मनमानी सहित नौ बिंदुओं का ज्ञापन मेयर काजल कुमारी को सौंपा। धरना पर बैठने वाले पार्षदों में सुनील कुमार सुनील सिंह जितेंद्र कुमार राशिद अहमद सुनील कुमार चौधरी गुलरेज अंसारी विनीता कुमारी अमीना खातून पिंकी देवी सुनीता देवी बीना देवी अंजू मोरया आजाद राम प्रभावती पुनीत कुमार गीता देवी प्रमिला देवी बबलू कुमार सहित अन्य वार्ड पार्षद शामिल रहे