- आशाकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल की वजह से सेविकाएं करेंगी सर्वे का कार्य
सासाराम। नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों, महिलाओं को टीकाकरण करने के लिए आगामी 7 अगस्त से शुरू हो रहे मिशन इंद्रधनुष 5.0 कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अब आईसीडीएस विभाग सहयोग करेगा। बता दें कि बिहार में आशाकर्मियों की हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य के कई अभियानों को ब्रेक लग चुका है। ऐसे में आगामी 7 अगस्त से शुरू हो रहे मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रोहतास जिला स्वास्थ्य समिति ने आईसीडीएस का सहयोग मांगा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मांगे गए सहयोग के आलोक में रोहतास डीपीओ आईसीडीएस ने पत्र निर्गत करते हुए जिले के सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि मिशन इंद्रधनुष अभियान को सफल बनाने के लिए अभियान से पूर्व हेड काउंट सर्वे किया जाना है। इसके लिए सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अपने प्रखंड के सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से अपने पोषक क्षेत्र अंतर्गत हेडकाउंट सर्वे कराते हुए प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। ताकि सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान को सफल संचालन कराया जा सके।
आईसीडीएस के सहयोग से सफल होगा मिशन इन्द्रधनुष
रोहतास के सिविल सर्जन डॉ केएन तिवारी ने बताया कि 7 अगस्त से मिशन इंद्रधनुष अभियान 5.0 की शुरुआत होनी है। परंतु पिछले 15 दिनों से आशा कर्मियों की हड़ताल की वजह से अभियान पर ब्रेक लगता दिखाई दे रहा था। हालांकि अब यह अभियान आईसीडीएस के माध्यम से सफल बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए आईसीडीएस से सहयोग मांगा गया है। जिला आईसीडीएस ने अपने स्तर से सभी प्रखंड के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को सूचित कर दिया है। सिविल सर्जन ने बताया कि टीकाकरण से पहले सर्वे कराना जरूरी है, ताकि स्पष्ट हो पाए कि कितने बच्चे और महिलाएं नियमित टीकाकरण से वंचित हैं। उन्होंने बताया कि आशाकर्मियों की जगह आईसीडीएस विभाग की सेविकाएं ही अपने अपने क्षेत्र में सर्वे करके टीका से वंचित लाभार्थियों की रिपोर्ट उपलब्ध करायेंगी । उसी के आधार पर टीकाकरण किया जाएगा। सिविल सर्जन ने बताया कि आशाकर्मियों की हड़ताल की वजह से इस अभियान पर कोई असर नहीं पड़ेगा और अभियान को सफल बनाया जाएगा।
आंगनबाड़ी की सेविकाएं करेंगी सर्वे का काम
रोहतास आईसीडीएस डीपीओ रश्मि रंजन ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा सहयोग मांगा गया है। सहयोग के आलोक में सभी परियोजनाओं के अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि हड़ताल की वजह से अभियान बाधित न हो इसके लिए आंगनबाड़ी की सभी सेविकाएं अपने पोषक क्षेत्र में प्रत्येक घरों का सर्वे करके उसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगी।
बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को टीके से किया जाएगा प्रतिरक्षित-
यूनिसेफ के एसएमसी असजद इकबाल सागर ने बताया कि नियमित टीकाकरण के दौरान 12 जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को 12 प्रकार का टीका देकर उन्हें प्रतिरक्षित किया जाता है। जिसमें तपेदिक हेपेटाइटिस बी, पोलियो, डिप्थेरिया, टेटनस, खसरा, रूबेला सहित अन्य कई बीमारियों के टीके शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत प्रथम एवं दूसरे डोज से वंचित लाभार्थियों को टीकाकृत किया जाएगा।