नासरीगंज। स्थानीय प्रखण्ड मुख्यालय स्थित बीआरजीएफ भवन में एलआरडीसी अभिनाश कुमार के अध्यक्षता में मेसर्स जय माता दी एंड मां सीता कंट्रक्शन प्रोपराइटर संजय कुमार के द्वारा सोन नदी स्थित सैंड ब्लॉक पांच बालू घाट मौजा सबदला का बालू खनन परियोजना से सम्बंधित पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु बिहार प्रदुषण बोर्ड के पदाधिकारी एके गुप्ता के उपस्थिति में लोक सुनवाई का आयोजन हुआ। इस अवसर पर ग्रामीण भी उपस्थित रहे। जिनसे बारी-बारी से पूछा गया कि इन बालू घाटों के खुलने से कोई आपत्ति हो तो बताएं। जिसपर उपस्थित ग्रामीण पूर्व जिलापार्षद अरुण कुमार उर्फ दारा यादव, पैक्स अध्यक्ष विमलेश प्रसाद सिंह उर्फ टूना सिंह, चंद्रकांत कुमार मुन्ना, राजेन्द्र सिंह ने कहा कि घाट के रास्ते व सड़को पर धूल गर्दा नहीं उड़ना चाहिए, समय-समय पर घाट के रास्ते व सड़क पर पानी का छिड़काव होना चाहिए ताकि सड़को पर धूल न उड़ सके, गांव के तट से दो-तीन किलोमीटर की दूरी पर बालू का खनन होना चाहिए ताकि गांव का सोन नदी तट क्षतिग्रस्त नही होना चाहिए, सड़क के किनारे बालू न गिराए ताकि कोई दुर्घटना न हो सके, अधिक से अधिक स्थानीय ग्रामीण लोग को ही उक्त घाट में मजदूर के रूप में रोजगार उपलब्ध कराने की अपनी बात रखी। जिसपर एलआरडीसी ने बालू संवेदको को निर्देश देते हुए कहा की निश्चित तौर पर ग्रामीणों के हित का ध्यान रखा जाये और उक्त परियोजना में किसी भी हाल में ग्रामीणों को ही रोजगार मिले।
उक्त घाट में ग्रामीण स्तर के 195 लोगो को रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि डीएम के निर्देश पर प्रखण्ड के सबदला बालू घाट कि पर्यवारण स्वीकृति के लिए लोक सुनवाई की गई है। सबदला के बालू घाट खनन परियोजना मेसर्स जय माता दी एंड मां सीता कंट्रक्शन प्रोपराइटर संजय कुमार बताये जाते हैं। जबकि सहयोगी मोनू गुप्ता व सोनू गुप्ता है। सुनवाई की रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को दी जायेगी तत्पश्चात निर्णय आ पायेगा। पर्यावरणीय सलाहकार शत्रुध्न प्रसाद ने बताया कि बालू संवेदक को पर्यावरण अधिनियम का पालन करना होगा। घाटों के आस पास मिनियम 860 या उससे अधिक छायादार व फलदार पेड़ लगाये जायेंगें तथा उसकी देख भाल भी करना है। एलआरडीसी ने कहा कि घाट के रास्ते पर पानी का छिड़काव समय समय पर होना चाहिए, बालू की ढुलाई त्रिपाल से ढक कर करना होगा, ओवरलोड बालू का परिचालन किसी भी कीमत पर नही होना चाहिए, गांव के ही श्रमिक काम करेंगे, बाहरी मजदूर काम नही करेंगे। पर्यावरण के दृष्टिकोण से अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाए जाएंगे, घाट पर मेडिकल किट भी रखना होगा, घाट का सीओ के द्रारा मॉनिटरिंग किया जाएगा और जिले में रिपोर्ट भेजी जाएगी जिसके आधार पर जिलास्तर पर कारवाई की जाएगी। मौके पर सीओ अमित कुमार, माइनिंग इंस्पेक्टर कैहकशा फिरदौस, गोपी यादव, महावीर यादव, छोटू यादव, चन्दन कुमार, मनीष कुमार, प्रियरंजन सिंह, राजेन्द्र सिंह, अमित सिंह, संजय कुमार, योगेंद्र कुमार सिंह, सच्चिदानन्द सिंह समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।