पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने कहा कि मोदी सरकार के पिछले नौ वर्षों के कार्यकाल में भुखमरी बढ़ी है। मोदी सरकार गरीबी को नहीं गरीबों को समाप्त करने में लगी हूयी है। 12 अक्टूबर को जारी वैश्विक भुखमरी सूचकांक-2023 (ग्लोबल हंगर इंडेक्स- 2023) के मुताबिक भारत दुनियाँ के 125 देशों में 111वें स्थान पर है। भारत का स्कोर 28.7ः फीसदी है जो इसे ऐसी कैटेगरी में लाता है जहां भूख और भुखमरी की स्थिति अति गंभीर और चिंताजनक है। भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि 2013 के ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 63वें स्थान पर था।
मोदी सरकार की गरीब विरोधी नीतियों के चलते भारत भुखमरी सूचकांक में 10 वर्षों में 63वें स्थान से फिसलकर 111वें स्थान पर आ गया है। यह काफी चिंता का विषय है। मोदी सरकार की कारपोरेट परस्ती नीतियों के कारण पूंजीपतियों की संपत्ति में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है तो गरीबों को दो जून की रोटी मिलना मुश्किल हो गया है। इस नौ वर्षों के भाजपा के कार्यकाल में अंबानी-अडानी की संपत्ति बढ़ी है तो भारत ग्लोबल हंगर इंडेक्स 63 वें स्थान से 111 वें स्थान पर पहुंच गया है। अब केंद्र की मोदी सरकार अदतन् रिपोर्ट और सूचकांक को समझने एवं स्वीकार कर नीतियों में सुधार करने की बजाय इसे झूठा और त्रुटिपूर्ण बताएगी।