भोजपुर: बिहार के भोजपुर के प्रखंड क्षेत्र के बंगवा पंचायत से एक भावुक कर देने वाला मामला सामने आया है। यह मामला अधिकारियों की घोर लापरवाही की भी है। दरअसल, यहां रामपुर गांव निवासी मो. क्रांति मंसूरी नाम का दिव्यांग युवक छह सालों से प्रखंड सह अंचल कार्यालय गड़हनी का चक्कर काट रहा है। लेकिन आज तक किसी ने संज्ञान नहीं लिया। दिव्यांग मो. क्रांति मंसूरी ने बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी आरा सदर व प्रखंड विकास अधिकारी ने निःशकतता पेंशन स्वीकृत किया गया लेकिन छह वर्ष गुजर जाने के बाद भी आज तक पेंशन की राशि नहीं मिल पाई। उन्होंने बताया कि मैं अपने पिता आमिर अली के साथ कई बार प्रखंड सह अंचल कार्यालय का चक्कर लगाते लगाते थक गया लेकिन पेंशन की राशि नहीं मिली।
मो. क्रांति मंसूरी ने कहा कि मैं एक गरीब असहाय दिव्यांग हूं।अब प्रखंड सह अंचल कार्यालय के निकट आमरण अनशन पर बैठने को विवश हो रहा हूं। उन्होंने बताया कि वे 80 प्रतिशत दिव्यांग है। मेरे प्रति किसी अधिकारी का मोह माया भी नहीं लगा। बीडीओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि दिव्यांग क्रांति मंसूरी का पेंशन का मामला मेरे गड़हनी प्रखण्ड में पदस्थापन के पूर्व का है।दिव्यांग क्रांति मंसूरी ने कभी मुझ से मिलकर अपनी समस्या को नही रखी है। यदि वे अपनी समस्या को बताएंगे तो जांच कराकर उचित करवाई की जाएगी।