पिछले सात महीनों में 947 नवजातों को किया गया इलाज
सासाराम। शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए राज्य सरकार सजग दिखाई दे रही है| इसको लेकर जिला स्तर पर सभी एसएनसीयू को लगातार दुरुस्त करने के साथ-साथ सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा और इसका बेहतर परिणाम भी देखने को मिल रहा है। राज्य सरकार द्वारा एसएनसीयू में सुविधाओं का विस्तार की कड़ी में एसएनसीयू में शिशुओं को नई जिंदगी प्रदान करने में सासाराम सदर अस्पताल का एसएनसीयू भी अहम् भूमिका निभा रहा है, और जिले में शिशु मृत्यु दर कम करने में अपनी भूमिका निभा रहा है। सासाराम अस्पताल के एसएनसीयू में मौजूद अत्याधुनिक मशीनों में रेडिएंट वार्मर, फोटोथेरेपी, फाइव पैरामीटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, सक्शन मशीन सहित सभी प्रकार की जीवन रक्षक दवाएं नवजात शिशु को नई जीवन प्रदान करने में अहम भूमिका निभा रहा है। इसके अलावा एसएनसीयू में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी व चिकित्सक द्वारा बेहतर ईलाज एवं देखभाल से सदर अस्पताल का एसएनसीयू जिले के सरकारी अस्पतालों के बच्चों के लिए तो जीवन रक्षक साबित हो ही रहा है| निजी अस्पतालों में जन्मे बच्चों के लिए भी यह एसएनसीयू अहम भूमिका निभा रहा है।
पिछले 7 महीनों में 1000 नवजात हुए भर्ती
जन्म के दौरान सांस लेने में तकलीफ एवं कम वजन वाले बच्चों को गंभीर स्थिति में एसएनसीयू में भर्ती कराया जाता है और उसका वहां बेहतर देखभाल और इलाज प्रदान किया जाता है। पिछले सात महीना में अप्रैल से लेकर अक्टूबर तक 1000 नवजात शिशुओं को गंभीर स्थिति में भर्ती किया गया जिसमें 947 बच्चों को एसएनसीयू में नई जिंदगी प्रदान की गई। यदि पिछले दो सालों का आंकड़ा देखें तो इस साल का सबसे बेहतर प्रदर्शन अभी तक देखने को मिला है। वहीँ वर्ष 2021-22 में (अप्रैल से मई तक) कुल 755 बच्चे भर्ती हुए थे जिसमें से 117 नवजातों की मृत्यु हो गई थी। वही वर्ष 2022- 23 में 1216 नवजातों को भर्ती किया गया जिसमें से 110 नवजातों की मृत्यु हुई थी। इस तरह से वर्ष 2021 – 22 की तुलना में 2022- 23 में मृत्यु संख्या कम रही। वही पिछले सात महीना की आंकड़ों पर गौर करें तो 1000 नवजातों में महज 53 की मृत्यु हुई है। विदित हो कि नवजातों में जिले के विभिन्न प्रखंडों के साथ-साथ निजी अस्पतालों से आए हुए बच्चे ज्यादा शामिल है।
सुविधाओं का किया जा रहा बेहतर उपयोग
रोहतास सिविल सर्जन डॉक्टर के एन तिवारी ने बताया कि सदर अस्पताल के कई विभागों में लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया हो रही है। वही एसएनसीयू को लेकर उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जो भी सुविधा मुहैया कराई जा रही है उसका बेहतर उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल का एसएनसीयू बेहतर कार्य कर रहा है और इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। सदर अस्पताल के कई विभागों में लोगों की भीड़ देखी जा रही है। वही एसएनसीयू में भी भर्ती बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।