बच्चों को कई जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए मिशन इंद्रधनुष के तहत किया जा रहा टीकाकरण
सासाराम। 0 से 5 वर्ष के बच्चों को कई जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए सरकार नियमित टीकाकरण के माध्यम से उन्हें पूर्ण प्रतिरक्षित कर रही है। इसके लिए सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क टीकाकरण किए जाते हैं। साथ ही साथ किसी कारणवश नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों को विशेष अभियान के तहत टीकाकृत कर के उन्हें सुरक्षित कर रही है। इसी को लेकर जारी मिशन इंद्रधनुष 5.0 के तृतीय और अंतिम चरण के माध्यम से टीका से वंचित बच्चों को टीकाकृत करने का प्रयास किया जा रहा है। बता दें कि पहले और दूसरे चरण में लगभग सभी लक्षित बच्चों को टीकाकृत किया गया था। अंतिम चरण में भी बच्चों को टीकाकृत करने का कार्य जारी है। जिला प्रतिरक्षण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मिशन इंद्रधनुष के अंतिम चरण के लिए कल 8965 लाभार्थियों को लक्षित किया गया है। जिसमें 0 से 2 वर्ष के बच्चों की संख्या 5298 व 2 से 5 वर्ष के बच्चों की संख्या 424 है। वहीं खसरा एवं रूबेला के प्रथम खुराक से वंचित 9 महीना से 5 वर्ष वाले बच्चों की संख्या 1136 एवं दूसरे खुराक के लिए 867 वंचित बच्चे चिह्नित किए गए हैं। खसरा रूबेला के प्रथम खुराक से वंचित 5 साल के 44 बच्चे एवं दूसरे खुराक के लिए 87 बच्चे लक्षित किए गए हैं।
क्यों जरूरी है बच्चों का टीकाकरण-
टीबी, पोलियो गलाघोटू, काली खांसी, खसरा, रुबेला, दस्त, निमोनिया, हेपेटाइटिस बी, जे.ई यह ऐसी बीमारियां हैं जो बच्चों के लिए जानलेवा साबित होती है। इन बीमारियों से बच्चों को बचाने के लिए सरकार नियमित टीकाकरण की व्यवस्था कर बच्चों की जिंदगी बचा रही है। इसका मुख्य मकसद शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है। नियमित टीकाकरण बच्चों में होनेवाली कई जानलेवा बीमारियों से बचाव का प्रभावशाली तरीका है। टीकाकरण बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। जो रोग से लड़ने में क्षमता प्रदान करता है।
अपने बच्चों का नियमित कराएं टीकाकरण
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आरकेपी साहू ने बताया कि नियमित टीकाकरण से बच्चों को कई बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए मां के गर्भावस्था के दौरान ही नियमित टीकाकरण की प्रकिया शुरू हो जाती और बच्चे के जन्म से लेकर 5 वर्ष तक समय-समय पर टीके दिए जाते हैं। जो कई बीमारियों से बचाता है। उन्होंने बताया कि मिशन इंद्रधनुष के अंतिम चरण की शुरुआत हो गई है । सभी छूटे हुए बच्चों को लक्षित पहले ही किया जा चुका है। लक्षित बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि मिशन इंद्रधनुष अभियान का अंतिम चरण 2 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान सभी छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा।