परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा में 124 महिलाओं ने कराया बंध्याकरण तो 11 पुरुषों ने करायी नसबंदी
सासाराम। जनसंख्या स्थितिकरण को लेकर सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे परिवार नियोजन पखवाड़ा की प्रथम दिन सोमवार को रोहतास जिले में 135 दंपतियों ने परिवार नियोजन का स्थाई साधन का इस्तेमाल कर जनसंख्या स्थितिकरण अभियान में भागीदारी निभाया। जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार प्रथम दिन जिले के 11 प्रखंड में 124 महिलाओं ने स्थाई साधन का इस्तेमाल किया जबकि 11 पुरुषों ने। इस तरह से प्रथम दिन कुल 135 बंध्याकरण एवं नसबंदी किया गया। मिशन परिवार विकास के तहत आयोजित परिवार नियोजन पखवाड़ा की शुरुआत 27 नवंबर को की गई थी। 27 नवंबर से लेकर 3 दिसंबर तक दंपति संपर्क सप्ताह चलाया गया जिसमें आशा कर्मी अपने क्षेत्र मे भ्रमण कर दंपतियों से परिवार नियोजन के लिए इस्तेमाल किए जा रहे विभिन्न साधनों की जानकारी हासिल किया। उसके बाद 4 दिसंबर से परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा की शुरुआत की गई जो आगामी 16 दिसंबर तक चलेगा। रोहतास जिला स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार सेवा पखवाड़ा के प्रथम दिन डेहरी प्रखंड में 25 महिलाओ ने बंध्याकरण करवाया जबकि 2 पुरुषों ने नसबंदी करवाया। सासाराम में 10 महिला एवं 1 पुरुष, अकोढीगोला में एल 16 महिला 2 पुरुष, नौहट्टा में 1 महिला 0 पुरुष, रोहतास में 3 महिला 3 पुरुष, चेनारी में 8 महिला 0 पुरुष, शिवसागर में 25 महिला 2 पुरुष, नासरीगंज में 5 महिला 0 पुरुष, दिनारा में 15 महिला 0 पुरुष, बिक्रमगंज में 2 महिला 2 पुरुष तथा तिलौथू में 14 महिला 0 पुरुष ने बंध्याकरण एवं नसबंदी करवाया।
पुरुष नसबंदी पर दिया जा रहा है बल
डीपीसी संजीव मधुकर ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर 27 नवंबर से मिशन परिवार विकास के अंतर्गत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। डीपीसी ने बताया कि पुरुष नसबंदी पखवाड़ा को लेकर इस बार विशेष तैयारी की गई है। खासकर नसबंदी को लेकर पुरुषों में जागरूकता फैलाने को लेकर जागरूकता रथ तो रवाना किया ही गया है, साथ ही जनप्रतिनिधियों के माध्यम से भी लगातार लोगों में जागरूकता फैलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी को लेकर अभी भी लोग आगे नहीं आ रहे हैं फिर भी हम लगातार प्रयासरत हैं कि अधिक से अधिक इस लक्ष्य को हासिल कर सके।
परिवार नियोजन अंतर्गत निशुल्क सेवा एवं लाभार्थी को देय कार्य क्षतिपूर्ति राशि
संजीव मधुकर ने बताया कि परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों के इस्तेमाल करने पर सरकार लाभार्थियों को देय कार्य क्षतिपूर्ति राशि भी प्रदान करती है। उन्होंने बताया कि कभी भी महिला बंध्याकरण कराने पर महिला लाभार्थी को 2000 रुपए क्षतिपूर्ति की राशि प्रदान की जाती है, जबकि पुरुष नसबंदी कराने पर पुरुषों को 3000 प्रदान किए जाते हैं। वही प्रसव पश्चात बंध्याकरण कराने पर 3000 रुपए तथा अस्थाई संसाधनों में प्रसव पश्चात कॉपर टी लगवाने पर 300, गर्भपात उपरांत कॉपर टी लगवाने पर 300 तथा अंतरा सुई लेने पर 100 क्षतिपूर्ति राशि प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि यह सुविधा सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही प्रदान की जाती है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने क्षेत्र की एएनएम, आशा कर्मी, आंगनबाड़ी सेविका, विकास मित्र, जीविका दीदी या अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करके जानकारी लिया जा सकता है।