पटना। प्रशांत किशोर की जनसुराज पदयात्रा इस वक्त दरभंगा जिले में पहुंची है। वह हर रोज लोगों को संबोधित करते हुते कभी लालू यादव तो कभी भाजपा को घेरते हैं। यहां तक कि वह अपने संबोधन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी कटाक्ष करने से पीछे नहीं हटते हैं। अब प्रशांत ने बिहार में शराबबंदी को लेकर नीतीश को खूब सुनाया है। लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शराबबंदी गलत है, इसे हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसका वैधानिक, सामाजिक और आर्थिक आधार भी नहीं है। शराबबंदी से किसी भी समाज का उत्थान नहीं हो सका है।
प्रशांत ने आगे कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि गांधी जी ने शराबबंदी के बारे में कहा था, जो पूरी तरह से झूठ है। गांधी जी ने यह कभी नहीं कहा कि सरकार को कानून बनाकर शराबबंदी करनी चाहिए। उन्होंने शराबबंदी को सामाजिक प्रयास के तौर पर बताया है। समाज में यह प्रयास होना चाहिए कि शराब पीना गलत बात है, लोग इसे न पीएं।
उन्होंने कहा कि गांधी जी यह कभी नहीं कहा कि कानून बनाकर शराबबंदी करना चाहिए, यह तो ऐसे हो गया जैसे उन्होंने कहा कि शाकाहारी भोजन करना चाहिए। इसका मतलब यह तो नहीं कि जो शाकाहारी नहीं है, उसे जेल में डाला जाएगा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि आप (नीतीश) 18 वर्ष से सरकार चला रहे हैं और आज भी हम पिछड़े हैं। इसके बावजूद यह कह रहे कि हमने अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को अहंकार ने बर्बाद कर दिया है।
उन्होंने कहा कि अगर शराबबंदी अच्छा भी है तो लागू कहां है? आजकल होम डिलीवरी हो रही है। प्रशांत ने आगे कहा कि हर गांव के बच्चे अवैध शराब के कारोबार में जुड़ गए हैं। महिलाओं के नाम पर शराबबंदी की गई, आज भी सवा लाख लोग पुलिस और कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुरुष जेल जाता है और महिलायें परेशान होती हैं। ऐसे में उनके पास जो भी वह भी बिक रहा है।