पटना। केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ़ बनी विपक्षी एकता को मज़बूत करने के लिए ‘इंडिया गठबंधन’ की चौथी बैठक के बाद से बिहार में अलग ही सियासी चर्चा शुरू हो गई है। नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन में तरजीह नहीं दी जा रही है। नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन से नाराज़ चल रहे हैं। सियासी चर्चा के बीच बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी चौकाने वाला दावा किया है, उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक के बाद से नीतीश कुमार के लिए सारे दरवाज़े बंद हो चुके हैं। दूसरे प्रदेशों के लोगों की बात तो छोड़ ही दीजिए।
बिहार के ‘किंग मेकर’ कहे जाने वाले लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने भी नीतीश कुमार का नामी किसी पद के लिए आगे नहीं किया। पीएम पद की उम्मीदवारी के लिए नीतीश कुमार ने अपने फेवर में पटना में पोस्टर चस्पा करवाए। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष खरगे का नाम आगे कर खेला कर दिया। लालू प्रसाद यादव भी खामोश रहे। इंडिया गठबंधन की बैठक में लगे झटके के तुरंत बाद जदयू की अहम बैठक बुलाने की घोषणा की गई, जो कि बड़े बदलाव का संकेत है।
जदयू संगठन के अंदर हताश बढ़ चुकी है, जब भी जदयू की इस तरह की बैठक होती है, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चेहरा बदल जाता है। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से ललन सिंह की बढ़ती नजदीकियां उन्हें पद से हटाने का आधार बन सकती है। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राहुल गांधी की बजाये मल्लिकार्जुन खरगे का नाम आगे करने से साफ़ ज़ाहिर है कि इंडिया गठबंधन में पद की दावेदारी के जरिये वर्चस्व की लड़ाई तेज हो चुकी है।