मुजफ्फरपुर। आधार कार्ड को अपडेट कराना चयनित शिक्षकों को महंगा पड़ रहा है। आधार अपडेट कराने वाले कई शिक्षकों को वापस कर दिया गया है। दूसरी ओर कई शिक्षकों के कागजात अपलोड नहीं होने की बात सामने आई है। जिला स्कूल परिसर में काउंसिलिंग स्थल पर शुक्रवार को कागजात व आधार कार्ड अपडेट कराने वाले शिक्षकों को लौटाया गया।
दूसरी ओर कई काउंटरों पर चयनित शिक्षकों को विषय व अन्य कागजात में कमी बताकर काउंसिलिंग नहीं की गई। पूछताछ केंद्र पर अधिकारी से लेकर कर्मचारी शिक्षकों को एक ही जवाब देते हैं कि जिला शिक्षा अधिकारी ही समस्या का समाधान कर सकते हैं। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि काउंटर पर तैनात डाटाकर्मियों को सही तरीके से प्रशिक्षण नहीं दिया गया है। इससे चयनित शिक्षकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित छठी से आठवीं कक्षा, नौंवी से 10वीं और प्लस टू स्कूलों के लिए शिक्षकों की काउंसिलिंग जिला स्कूल में हो रही है। काउंटरों पर शुक्रवार को भीड़ अन्य दिनों की तुलना में कम रही।
बीपीएससी से चयनित दिव्यांग महिला शिक्षक ने काउंटर पर कहा कि कैफे संचालक ने पुराना आधार कार्ड अपलोड कर दिया। इससे काउंसिलिंग नहीं हो पा रही है। उन्होंने इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी से की है। उधर, एक अन्य चयनित शिक्षक ने बताया कि वेबसाइट पर आधार ही नहीं खुल रहा है, जबकि फॉर्म भरने के दौरान अपलोड किया गया था।
बड़ी संख्या में छात्रों ने फॉर्म भरने के बाद आधार को अपडेट कराया है। आधार में किसी तरह का अपडेट करने पर उसका क्यूआर कोड व वीआइडी नंबर बदल जाते हैं। इससे ऐसे शिक्षकों को काउंटर से लौटाया गया और कहा गया कि फॉर्म भरने के समय जो आधार अपलोड किया गया उसे लेकर आएं।