भागलपुर। बीपीएससी से शिक्षक बने उत्तर प्रदेश (कानुपर) निवासी अनूप तिवारी ने शिक्षा विभाग पर शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगा इस्तीफा दे दिया। पहले उन्होंने वॉट्सऐप के माध्यम से स्कूल की प्रधानाध्यापक को त्यागपत्र भेजा। उसके बाद इसकी हार्ड कापी किसी शिक्षक के माध्यम से कार्यालय भिजवा दी। अनूप पीरपैंती प्रखंड स्थित प्राथमिक विद्यालय शामपुर लिलखुटिया में कार्यरत थे।
डीपीओ स्थापना देवनारायण पंडित ने बताया कि पहले चरण में जिले में 3760 शिक्षकों की नियुक्ति होनी थी। जिसमें 3503 शिक्षकों ने ही अब तक योगदान दिया है। शिक्षक अनूप ने बताया कि सुबह आठ बजे स्कूल के लिए निकलना होता था। सड़क अच्छी नहीं थी। एक घंटा इंतजार करने के बाद गाड़ी मिलती थी। ठंड के मौसम में लौटने में शाम हो जाती थी। बहुत परेशानी थी।
उन्होंने कहा कि इंसान नौकरी परिवार के लिए करता है, जब परिवार से ही दूर रहना पड़े, उनसे मिलने के लिए छुट्टी न मिले तो ऐसी नौकरी का क्या फायदा। एक माह की नौकरी के दौरान शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से परेशान हो गया था। इसलिए इस्तीफा देने का निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि डीईओ भी आवेदन देखकर हंस रहे थे। अनूप ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि पाठक सर शिक्षा व्यवस्था के बदलाव के लिए बेहतरीन प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अगर शिक्षक ही नाखुश रहें तो ऐसी व्यवस्था का कोई मोल नहीं रह जाता।