बेगूसराय: बेगूसराय पुलिस ने शहर के मीरगंज स्थित रत्न मंदिर ज्वेलरीशॉप से दिनदहाड़े एक करोड़ जेवर लूटकांड में छह लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस हत्थे चढ़े अंतरजिला लुटेरों में मुजफ्फरपुर जिले के विवेक कुमार उर्फ कृष्णा, लालबाबू चौधरी, समस्तीपुर जिले का छोटू कुमार उर्फ छोटू साह, कन्हैया सिंह, संतोष साह और रंधीर साह का नाम शामिल है। इन लुटेरों के पास से दो लोडेड देसी कट्टे, दो लोडेड देसी पिस्टल, सात गोलियां, नकद एक लाख तीन हजार 200 रुपये, लूट में प्रयुक्त आपाचे बाइक और एक किलोग्राम गांजा बरामद किया है।
एसपी योगेन्द्र कुमार के समक्ष लुटेरों ने रत्नमंदिर में लूटकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए राज्य के विभिन्न शहरों में लूटकांड के बारे में भी कई राज खोले हैं। एसपी ने कहा कि इसके साथ ही 21 दिसंबर को दिनदहाड़े रतनपुर ओपी क्षेत्र मीरगंज स्थित रत्नमंदिर ज्वेलरीशॉप से एक करोड़ लूटकांड का खुलासा हो गया है। वह शुक्रवार को अपने कार्यालय कक्ष में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। बताया कि इस लूटकांड का सरगना समस्तीपुर जिला का रविन्द्र सहनी है।
एसपी ने बताया कि तीनों से पूछताछ की गयी। उसकी निशानदेही पर लूट की घटना व षड्यंत्र में शामिल अपने अन्य साथी सह-अपराधियों में तेघड़ा थाना के पकठौल गंव से कन्हैया सिंह, दलसिंहसराय से संतोष साह व रणधीर साह को पकठौल गांव से दबोचा गया। इन लुटेरों के पास से एक लोडेड देसी कट्टा, तीन गोलियां, 48 हजार 200 रुपये नकद बरामद किये गये। साथ ही, रणधीर साह के घर की तलाशी के क्रम में लूट की घटना में एक अपाची बाइक बरामद की गयी।
रत्नमंदिर ज्वेलरीशॉप में एक करोड़ लूट की घटना में अंतरजिला लुटेरा गिरोह शामिल था। एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि कृष्णा बिहार में अधिकतर आभूषण दुकानों को टारगेट करता है। लूट की घटना को अंजाम देने के बाद वह फ्लाइट से मुंबई भाग जाता था। पुलिस के हत्थे चढ़े कृष्णा ने एसपी को बताया कि 21 दिसंबर को बेगूसराय में लूट की घटना को अंजाम देने के लिए रविन्द्र सहनी ने उसे कॉल किया था। उसके बाद वह मुंबई में फ्लाइट से दरभंगा एयरपोर्ट पहुंचा। उसके बाद वहां से बाइक से बेगूसराय पहुंचा। तीन दिन रैकी करने के बाद लूट की घटना को अंजाम दिया।
सरगना रविन्द्र सहनी दलसिंहसराय के सोनार संतोष साह के साथ रजौरा में इंतजार कर रहा था। लूटे गये जेवरात को रविन्द्र सहनी ने अपने पास रख लिया। उसके बाद पांच लुटेरों को मिलाकर डेढ़ लाख रुपये नकद यह कहते हुए दे दिया कि जाओ मौज करो। बाद में मामला शांत होगा तो जेवर बेचकर आपस में बांटेंगे। रविन्द्र सहनी के अलावा दुकान में घुसे में दो अन्य लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी तेज कर दी गयी।