बिहारशरीफ। श्वेता शाही के बाद नालंदा की धरती ने एक और अंतरराष्ट्रीय रग्बी खिलाड़ी दिया है। बडगांव की रहने वाली धर्मशीला भी इस खेल में अपनी अंतरराष्ट्रीय पहचान बना चुकी हैं। तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी तथा किसान पिता महेंद्र सिंह व गृहिणी माता की यह बेटी अभी एसपीएम कालेज में स्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा है। धर्मशीला मुश्किलों में भी राह बनाने वाली आज की नई पीढ़ी, खासकर लड़कियों के लिए आदर्श हैं। धर्मशीला कुमारी उर्फ ब्यूटी अंडर 20 गर्ल्स इंडिया रग्बी टीम में शामिल रहीं हैं। भारतीय टीम में उनके अलावा नवादा की आरती कुमारी एवं मुजफ्फरपुर की सोनाली का भी चयन हुआ था।
उन्होंने नवंबर 2022 में उज्बेकिस्तान में हुए एशियन रग्बी चैंपियनशिप में भारत की ओर से खेला। धर्मशीला काठमांडू में साल 2022 में आयोजित एशियाई चैंपियनशिप में भी शामिल हो चुकी हैं। दो बार अंतरराष्ट्रीय फलक पर जौहर दिखाने के अलावा वे गुजरात में आयोजित राष्ट्रीय खेल में कांस्य पदक तथा पटना में आयोजित राष्ट्रीय खेल में सीनियर व जूनियर दोनों ही वर्गों में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के निकट लगभग आठ सौ लोगों की जनसंख्या वाले छोटे से गांव जगदीशपुर की बेटी प्रीति कुमारी ने निशानेबाजी में राष्ट्रीय पहचान बनाई है। वे राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में बिहार का प्रतिनिधित्व करती हैं।
रामलखन सिंह यादव कालेज बख्तियारपुर से इतिहास में एमए कर रही प्रीति के पिता मनोज कुमार गांव के प्रारंभिक विद्यालय में प्रधान शिक्षक हैं। मां रेखा कुमारी गृहस्थी संभालती हैं। उन्होंने अपने बल पर मुकाम हासिल कर बताया है कि जुनून हो तो राह आसान हो जाती है। प्रीति ने बताया कि उन्हें छठी कक्षा में निशानेबाजी की जानकारी हुई। अपनी इच्छा बताई तो दादा जी ने एयर पिस्टल खरीद कर दी। इसके बाद घर से ही अभ्यास शुरू हो गया। वर्ष 2012 में एयर इंडिया की टीम में चयन हुआ, जिसमें तीन वर्ष तक रहीं।
भोपाल, केरल एवं दिल्ली आदि स्थानों पर राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाएं खेलीं। आसनसोल में आयोजित राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में चौथा स्थान रहा। सिवान में हुई 33वीं बिहार राज्य निशानेबाजी प्रतियोगिता में 10 व 25 मीटर की प्रतिस्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते। प्रीति ने बताया कि रेंज नहीं रहने के कारण उसने 25 मीटर की प्रतिस्पर्धा की कोई तैयारी नहीं की थी। इसके लिए 10 मीटर का अभ्यास ही काम आया। बिहारशरीफ के उपरौरा गांव के सार्थक के एमटीवी के रियलिटी शो में पहुंचने के बाद टीवी शो में काम करने के कई दरवाजे खुल चुके हैं। आगे बड़े परदे पर पहुंचने की तमन्ना है। एफसीआइ कर्मी पिता जगत पासवान व घरेलू महिला मां मंजू देवी के छोटे से गांव में पले-बढ़े बेटे के लिए मुंबई तक की राह आसान नहीं थी। लेकिन कुछ करने की जिद में आगे बढ़े तो मुकाम मिलते गए। कहते हैं कि सफर अभी तो शुरू ही हुआ है।
सार्थक को दो वर्षों के प्रयास के बाद वर्ष 2019 में पहली सफलता एमटीवी के रियलिटी शो में मौके के साथ मिली। इस दौरान सोनू सूद, सपना चौधरी, मुग्धा गोड्से जैसी कई बड़ी हस्तियों के साथ काम किया। लोगों से मिली प्रशंसा से हौसले बुलंद होते चले गए। फिर तो एक-एक कर नए दरवाजे भी खुलने लगे। बड़े निर्देशकों के आफर मिलने लगे। कई के साथ काम करने के भी अवसर मिले। हाल ही में एमटीवी के नए लाइफस्टाइल फैशन शो में काम करने का मौका मिला, जिसमें वे बिहार के एकमात्र माडल हैं। इस क्षेत्र में आगे बढ़ने को इच्छुक युवा पीढ़ी के लिए वे प्रेरणा स्रोत हैं।