वेंटिलेटर मशीन सांस लेने में दिक्कत होने वाले नवजातों के लिए होगा कारगर
सासाराम। सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार दुरुस्त किया जा रहा है और इसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहा है। सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति आम लोगों का विश्वास बढ़ा है लोग इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पहुंच रहें है। इधर सदर अस्पताल स्थित नवनिर्मित एमसीएच भवन में एसएनसीयू सिफ्ट होने के बाद कई सुविधाओं का विस्तार किया गया है। 20 बेड के एसएनसीयू में अब नवजातों के लिए वेंटीलेटर की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। पहले वेंटीलेटर की सुविधा नहीं होने से सांस लेने में तकलीफ होने वाले नवजातों को बाहर रेफर करना पड़ता था। लेकिन अब वैसे नवजातों को रेफर करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। सदर अस्पताल में कार्यरत शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ इरफान ने वैंटीलीटर मशीन को इंस्टॉल किया। इस दौरान सांस लेने में तकलीफ वाले नवजात को वेंटीलेटर पर रख का इलाज शुरू किया गया। एसएनसीयू में कार्यरत स्टाफ नर्स विदुसी लता ने बताया की हर महीने 4 से 5 बच्चे ऐसे आते थे जिन्हे सांस लेने में तकलीफ होती थी। परंतु वेंटीलेटर की सुविधा नहीं होने पर वैसे बच्चों को रेफर करना पड़ता था परंतु अब नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने बताया की सांस लेने में दिक्कत होने की वजह से अधिकांश नवजातों की मौत होती है। ऐसे में यह वेंटिलेटर मशीन कारगर साबित होगा।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है सदर अस्पताल का एसएनसीयू
सासाराम स्थित सदर अस्पताल का एसएनसीयू कई मामलों में अहम स्थान रखता है। बेहतर डॉक्टर और नर्स के साथ साथ अत्याधुनिक मशीनों से लैस यह एसएनसीयू शिशु मृत्यु दर में गिरावट लाने में अहम भूमिका निभा रहा है। वर्तमान में 20 बेड वाले एसएनसीयू में 20 वार्मर, 9 फोटोथेरेपी, 17 सक्सन मशीन, निबुलाइजर, इन्फुजन पंप, वेंटीलेटर, सीपैप, पारा मॉनिटर, सेंट्रल लाइन ऑक्सीजन, ओ 2 कंसलट्रेटर, इंक्यूवेटर जैसे अत्याधुनिक मशीनों से लैस किया गया है जो निजी अस्पतालों के एसएनसीयू को भी पीछे छोड़ रहा है।
कई सुविधाओं का किया जा रहा विस्तार
अस्पताल प्रबंधक अजय कुमार ने बताया की नए भवन में एसएनसीयू सिफ्ट के बाद कई कार्य अभी बाकी है। एसएनसीयू को बेहतर बनाने के लिए कई कार्य जारी है। उन्होंने बताया की बच्चो को ब्रेस्ट फीडिंग कार्नर के साथ साथ कंगारू मदर केयर कार्नर अलग अलग बनाया जा रहा है।
सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं हो रही मजबूत
रोहतास सिविल सर्जन डॉक्टर के एन तिवारी ने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से काफी बेहतर हुआ है। उन्होंने बताया कि पहले की अपेक्षा सरकारी अस्पतालों में लोगों की काफी भीड़ देखी जा रही है जिसका मुख्य कारण कई सेवाओं का विस्तार होना है। डॉ के एन तिवारी ने कहा कि सदर अस्पताल के नवनिर्मित एमसीएच में गायनी विभाग, प्रसव विभाग के साथ-साथ एसएनसीयू को एक ही जगह शिफ्ट कर दिया गया है, जिससे शिशु मृत्यु दर को कम करने में काफी सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल का एसएनसीयू काफी बेहतर कार्य कर रहा है और इसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं