पटना। आज 15 फरवरी से शुरू होने जा रही मैट्रिक परीक्षा में विलंब से पहुंचने पर अगर चारदिवारी या गेट फांद कर केंद्र के अंदर पहुंचे तो उसे आपराधिक कृत्य माना जाएगा। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति वैसे विद्यार्थियों को अगले दो वर्ष के लिए निष्कासित कर देगा, वे तब तक मैट्रिक की परीक्षा नहीं दे सकेंगे। इतना ही नहीं अगर केंद्राधीक्षक ने दीवार फांद कर आए विद्यार्थी को परीक्षा देने दिया, तो उन पर प्राथमिकी होगी। परीक्षा समिति ने बुधवार को जारी आदेश में यह स्पष्ट कर दिया है। मैट्रिक परीक्षा 23 फरवरी तक चलेगी। इस वर्ष परीक्षा में 16 लाख, 94 हजार, 781 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं।
परीक्षा संचालन के लिए राज्य भर में एक हजार, 585 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा समिति ने कहा कि परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले परीक्षार्थियों को केंद्र के अंदर हर हाल में प्रवेश कर लेना होगा। जो विलंब से आएंगे उनको प्रवेश नहीं मिलेगा। जूता मोजा पहन कर परीक्षा भवन के अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी। परीक्षार्थियों को प्रथम पाली में सुबह नौ बजे तक और दूसरी पाली में दोपहर 1.30 बजे तक हर हाल में केंद्र के प्रवेश करना अनिवार्य है।
पटना जिले में मैट्रिक परीक्षा में कुल 75 हजार, 850 परीक्षार्थी शामिल होंगे। जिले में परीक्षा संचालन के लिए 70 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें छात्राओं के लिए चार माडल केंद्र शामिल हैं। पटना शहर में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, बांकीपुर, राजकीय बालिका उच्च विद्यालय, गर्दनीबाग, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, शास्त्रीनगर और कमला नेहरू बालिका उच्च विद्यालय, यारपुर को माडल केंद्र बनाया गया है।
सभी चार माडल केंद्रों पर महिला दंडाधिकारी, महिला वीक्षक सहित महिला सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। छात्राओं के पीने को स्वच्छ जल आदि की व्यवस्था की गई है। परीक्षार्थियों को जूता-मोजा पहनकर परीक्षा भवन में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। सभी केंद्रों पर धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गई है। परीक्षा में सभी जिलों में दंडाधिकारी, जोनल दंडाधिकारी, सुपर जोनल दंडाधिकारी तैनात रहेंगे। स्वच्छ, कदाचारमुक्त एवं कड़ाई के साथ परीक्षा के आयोजन के लिए समिति द्वारा राज्य के सभी जिला पदाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक को आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं। प्रत्येक केंद्र पर पर्याप्त संख्या में स्टैटिक दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त रहेंगे। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष ने सभी जिला पदाधिकारी व जिला शिक्षा पदाधिकारी को परीक्षा के दौरान भ्रमणशील रहने का निर्देश दिया है।