पटना। बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और जेडीयू विधायक नरेंद्र नारायण यादव को बिहार विधानसभा का उपाध्यक्ष सर्व सम्मति से चुन लिया गया है। उन्हें नरेंद्र नारायण यादव के उपाध्यक्ष बनाए जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्रआट चौधरी समेत अन्य नेताओं ने बधाई दी। गुरूवार को नरेंद्र नारायण यादव ने अपना नामांकन दाखिल किया था। शुक्रवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरु होने के साथ ही उपाध्यक्ष का निर्वाचन हुआ। उन्होनें पूर्व उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी का स्थान लिया है।
सातवीं बार विधायक बने नरेंद्र नारायण यादव को सभी दलों की सहमति से विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने महेश्वर हजारी का स्थान लिया है। इस मौके पर नए डिप्टी स्पीकर भावुक हो गए। कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की कहानी पंच परमेश्वर को याद करते हुए उन्होंने कहा कि पंच के आसन पर जो बैठकर जो बोलता है उसमें खुदा की बात होती है। मैं सभी सदस्यों के भावनाओं का ख्याल रखूंगा और सदन की गरिमा के अनुरूप पूरी नैतिकता का पालन करते हुए अपनी भूमिका का निर्माण करूंगा। उन्होंने मुख्यमंत्री डिप्टी सीएम समेत विधानमंडल के सभी सदस्यों को हृदय से धन्यवाद दिया।
विरोधी दल आरजेडी के नेता भाई वीरेंद्र ने नरेंद्र नारायण यादव को उपाध्यक्ष बनने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि आपका लंबा राजनीतिक अनुभव है। इससे सदन को काफी लाभ मिलेगा। आप नियम कानून से चलने वाले नेता हैं। हम कामना करते हैं कि सफलतापूर्वक अपने कार्यों का निष्पादन करेंगे। आरजेडी इसमें आपका सहयोग करेगी।
नरेंद्र नारायण यादव 1995 में पहली दफे विधायक बने थे। वे आलमनगर विस से विधायक चुने जाते हैं। डिप्टी स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव मधेपुरा जिला के बालाटोल गांव के निवासी हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1968 में की जेपी आंदोलन में भाग लेकर हुई चर्चा में आए 2005 में नीतीश कुमार की सरकार में उन्हें ग्रामीण कार्य मंत्री बनाया गया। 2010 से 2014 के बीच श्री यादव राजस्वम भूमि सुधार विभाग के साथ विधि विभाग के मंत्री रहे।