शहर की यातायात व्यवस्था में अब जल्द होगी सुधार
सासाराम। रोहतास जिला मुख्यालय में ट्रैफिक कंट्रोल स्मार्ट होने जा रहा है, अब ट्रैफिक को पुलिस नहीं, बल्कि यातायात-व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए शहर के चौक-चौराहे पर लगाए जा रहे इलेक्ट्रॉनिक ट्रैफिक सिग्नल लाईट सिस्टम से ट्रैफिक की निगरानी होगी। शहर में बढ़ते ट्रैफिक के दबाव और सड़कों पर आावगमन सुगम करने के लिए अब बड़े शहरों की तर्ज पर सासाराम शहर में भी इलेक्ट्रोनिक ट्रैफिक सिग्नल लाईट लगाने का कार्य शुरू हो गया है। शहर में छह स्थान चिन्हित हैं, जहां ये ट्रैफिक सिग्नल लाईट लगाए जा रहे हैं और फिर बड़े शहरों की भांति वाहन चालकों को लाल बत्ती पर रुकना और फिर हरी बत्ती पर आवागमन चालू होने के नियमों का पालन करना पड़ेगा। जानकारी के अनुसार बता दें कि शहर के मुख्य सड़क पर यातायात का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण पोस्ट ऑफिस चौराहा के अलावे कई जगहों पर बार-बार जाम की स्थिति बनी रहती है। यही वजह है कि जिला प्रशासन द्वारा यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए जिला मुख्यालय स्थित शहर के मुख्य मार्ग के आधा दर्जन चौराहों पर इलेक्ट्रोनिक ट्रैफिक सिग्नल लगाने का निर्णय कुछ वर्ष पहले ही ले लिया गया था। जो अब 7 करोड़ 4 लाख रूपए की राशि से जिला मुख्यालय में चिन्हित 6 चौराहे पर इलेक्ट्रानिक ट्रैफिक सिग्नल लाईट लगाया जा रहा है। जिसका कंट्रोल रूम नगर निगम में होगा। ट्रैफिक लाईट लगाने का कार्य बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम यानि बुडको के माध्यम से कराया जा रहा है। जिला मुख्यालय में मार्च के आखिरी तक ट्रैफिक सिग्नल लाईट लगाने का काम लगभग पूरा कर लिया जाएगा, उसके बाद इसका ट्रायल किया जा सकेगा।
सासाराम के इन छह चौराहों पर काम ट्रैफिक सिगनल लाईट लगाने का कार्य शुरू
बुडको के एसडीओ जितेन्द्र कुमार ने बताया की नगर निगम स्थित सासाराम शहरी क्षेत्र में फिलहाल छह चौराहों पर पहले फेज में इलेक्ट्रॉनिक ट्रैफिक सिगनल लाईट लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। जिसमें पोस्ट ऑफिस चौराहा, करगहर रोड मोड़, सर्किट हाउस मोड़ काली स्थान, प्रभाकर रोड मोड़, धर्मशाला चौक एवं बौलिया मोड़ आदि जगहों पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रैफिक सिग्नल लाईट लगाने का कार्य किया जा रहा है।
ऑटोमेटिक काम करेगा यह लाईट
बुडको के एसडीओ ने बताया कि यह ऑटोमेटिक चेंजर सिग्नल समय के अनुसार काम करेगी और जो टाइम फिक्स किया जाएगा। उसे टाइम पर यह वर्तमान में या लाइट ऑटोमेटिक चेंज करेगी। इसमें टाइमिंग सेट किया जाएगा। उस टाइम के हिसाब से लोगों को लाल हरी और पीली बत्ती के सिग्नल मिलते रहेंगे, जिससे जब चाहे ऑटोमेटेकली फिक्स कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसमें बैकअप पावर बटन है, लाइट चले जाने के बाद भी यह ऑटोमेटिक काम करेगा। जिसे यातायात विभाग के द्वारा समय निर्धारित कर दिया जाएगा।
यातायात नियमों का पालन करना जरूरी
सासाराम वासियों को अब ट्रैफिक लाइट लगने से लोगों को धीरे-धीरे आदत पड़ जाएगी। पहले जिला पुलिस प्रशासन को काफी मेहनत करना पड़ता था। अब ट्रैफिक पुलिस साइड में खड़े रहकर ट्रैफिक व्यवस्था को संभालते हुए नजर आएगी। इससे लोगों को भी सिग्नल देखने में आसानी होगी और लोग जान सकेंगे की कितने समय के लिए कहां-कहां ट्रैफिक लगती है। अब ट्रैफिक सिग्नल पर बड़े-बड़े अधिकारी एवं मंत्रियों सहित अन्य सभी को यातायात के नियमों का पालन करना होगा।