चालकों को अग्रिम भुगतान के साथ प्रतिदिन मिलेंगे 300 रुपये, जिले में तीन जगहों पर बनाए गए वाहन डिस्पैच सेंटर
सासाराम। जिले में लोकसभा चुनाव को संपन्न कराने के लिए लगभग 23 सौ वाहनों की जरूरत पड़ेगी। वाहन कोषांग के नोडल पदाधिकारी सह जिला परिवहन पदाधिकारी रामबाबू ने वाहनों के आकलन रिपोर्ट जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह रोहतास जिलाधिकारी नवीन कुमार को सौंप दी है। रोहतास जिले में लोकसभा चुनाव कराने में दो हजार तीन सौ वाहनों की जरूरत पड़ेगी। हालांकि जिले में लोकसभा चुनाव सातवें चरण के तहत एक जून को मतदान के लिए आयोग द्वारा तिथि निर्धारित है। वाहन कोषांग के नोडल पदाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में जरूरत के अनुसार हीं वाहनों की धर-पकड़ की जाएगी तथा जिला मुख्यालय के सासाराम स्थित तकिया बाजार समिति में चार विधानसभा क्षेत्र के लिए जब्त किए गए वाहनों को रखा जाएगा। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए इस बार वाहनों के रेट में भी 40 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई है। वहीं वाहन चालकों को अग्रिम भुगतान की भी व्यवस्था की गई है।
चुनाव में वाहन अधिग्रहण के लिए बनाए गए जिले में तीन डिस्पैच सेंटर
लोकसभा चुनाव के लिए अधिग्रहण किए जानेवाले वाहनों के लिए जिले में तीन जगहों पर डिस्पैच सेंटर बनाए गए हैं। डिस्पैच सेंटर पर अधिग्रहण वाहनों के अलावे वाहनों के चालकों के ठहरने की उचित व्यवस्था भी रहेगी। वाहन अधिग्रहण के लिए बनाए गए डिस्पैच सेंटरों में तकिया बाजार समिति सासाराम में चार विधानसभा क्षेत्र करगहर, नोखा, चेनारी व सासाराम अंतर्गत पड़नेवाले मतदान केंद्र हेतु वाहन डिस्पैच सेंटर की व्यवस्था रहेगी। जबकि दिनारा विधानसभा व काराकाट विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंन्द्रों के लिए नटवार बाजार समिति एवं डेहरी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय डेहरी में वाहन अधिग्रहण के लिए डिस्पैच सेंटर बनाया गया है। सभी तिनों डिस्पैच सेंटरों पर वाहन चालकों के ठहरने की उचित व्यवस्था रहेगी। ठहराव स्थल पर मनोरंजन के लिए टेलीविजन सहित सभी जरूरी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध रहेगी तथा वाहन चालकों को प्रतिदिन 300 रुपये भुगतान होगा। वाहन के साथ आने पर पहले दिन ही अग्रीम चार दिन की खोराकी के तौर पर 1200 रुपये दिया जाएगा। वाहन कोषांग में 15 कर्मियों को रखा गया है, संख्या में और वृद्धि की मांग की गई है।
चुनाव कार्य के लिए वाहन अधिग्रहण के लिए जाएगा नोटिस
वाहन कोषांग के नोडल पदाधिकारी सह डीटीओ रामबाबू ने बताया कि चुनाव कार्य के लिए वाहन अधिग्रहण के लिए नोटिस भेजने का कार्य कुछ ही दिन में शुरू किया जाएगा। नोटिस जाने के बाद ही वाहन जमा करना पड़ेगा अन्यथा वाहन नहीं जमा करने पर प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई होगी। सभी स्कूली बसों को अपना बस देना पड़ेगा। जिला वाहन कोषांग के नोडल पदाधिकारी रामबाबू ने बताया कि वाहन अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही वाहन कोषांग द्वारा निर्धारित मूल्य रेट ऑनलाईन बैंक खाते में ही भेंजी जाएगी। इसलिए वाहनों को मतदान से चार या पांच दिन पहले वाहनों का अधिग्रहण किया जाएगा। बेवजह पहले वाहनों को जब्त नहीं किया जाएगा।