पटना। कटिहार संसदीय पर महागठबंधन की सीट शेयरिंग में कांग्रेस प्रत्याशी तारिक अनवर को टिकट मिल गया। इधर, राजद के राज्यसभा सदस्य व कटिहार मेडिकल कालेज के प्रबंध निदेशक अहमद अशफाक करीम ने कटिहार से निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही है। उन्होंने नामांकन का पर्चा दाखिल करने के लिए सोमवार को एनआर भी कटा लिया है। पटना में समर्थकों व कार्यकर्ताओं के साथ मैराथन बैठक के बाद करीम ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। उनके करीबियों के अनुसार चार अप्रैल को वे नामांकन कर सकते हैं।
अशफाक करीम ने दूरभाष पर बताया कि मंगलवार को वे पटना से लौटेंगे। इसके बाद नामांकन की तिथि निर्धारित करेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में वे चुनाव लड़ेंगे। 2000 में कांग्रेस के टिकट पर बारसोई से उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा था। 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्हें लोजपा ने टिकट दिया था। दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अशफाक करीम का राज्यसभा में करीब 10 दिन और कार्यकाल शेष है। कटिहार मेडिकल कालेज के प्रबंध निदेशक होने के साथ ही ये निजी क्षेत्र की अल करीम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं।
शुरू से ही कटिहार सीट पर महागठबंधन में कांग्रेस व राजद के बीच पेच फंसा हुआ था। पांच दिन पूर्व ही महागठबंधन में सीट शेयरिंग के बाद कटिहार सीट कांग्रेस के खाते में गई। सीट शेयरिंग के एक दिन पूर्व तक सीट राजद के खाते में जाने व अशफाक करीम को ही टिकट मिलने की चर्चा जोरों पर थी। समर्थकों द्वारा इसको लेकर तैयारी भी शुरू कर दी गई थी। अशफाक करीम के चुनाव मैदान में उतरने व एआइएमआइएम द्वारा भी कटिहार से प्रत्याशी देने की घोषणा से मुस्लिम वोटों में बिखराव होगा। कटिहार में 18 लाख से अधिक मतदाता हैं। इनमें 42 प्रतिशत मुस्लिम हैं।